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31 अगस्त से 29 सितंबर तक है भादौ मास, भगवान गणेश, श्रीकृष्ण और विष्णु पूजा का महीना होता है भाद्रपद

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Bhadrapad

HARYANATV24: भाद्रपद 31 अगस्त से शुरू हो गया है। ये हिन्दी पंचांग का छठा महीना होता है जो 29 सितंबर तक रहेगा। इस महीने के कृष्ण पक्ष में 6 और शुक्ल पक्ष में 12 दिन व्रत-पर्व रहेंगे।

इस तरह भादौ में 18 बड़े व्रत-त्योहार आएंगे। इस महीने में धर्म-कर्म के साथ ही सेहत पर भी खास ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इस हिंदी महीने में ऋतु परिवर्तन भी होता है।

भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष में व्रत-पर्व वाले 6 दिन रहेंगे। इनमें कजरी तीज, बहुला चौथ, हलछठ, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, अजा एकादशी और अमावस्या होगी।

शुक्ल पक्ष में 12 दिन तीज-त्योहार रहेंगे। वराह जयंती, कन्या संक्रांति, हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, ऋषि पंचमी, ललिता सप्तमी, दूर्वाष्टमी, परिवर्तिनी एकादशी, वामन जयंती, बुध प्रदोष, अनंत चतुर्दशी और भाद्रपद पूर्णिमा रहेगी। इस महीने में ही दस दिनों का गणेश उत्सव रहेगा।

भगवान गणेश, श्रीकृष्ण और विष्णु जी की पूजा का महीना है भादौ
इस महीने में गणेश चतुर्थी पर दस दिनों का गणेशोत्सव शुरू होगा। जो कि 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी पर खत्म होगा। इन दिनों में भगवान गणेश की विशेष आराधना करने की परंपरा है।

भाद्रपद में श्रीकृष्ण की पूजा से पाप खत्म होते हैं और परेशानियां दूर होती हैं। इन दिनों शंख में दूध और जल भरकर श्रीकृष्ण का अभिषेक करना चाहिए। फिर भगवान को नैवेद्य लगाएं। भगवान विष्णु की भी पूजा करनी चाहिए।

इस पवित्र महीने में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की विशेष पूजा करने की बात ग्रंथों में बताई गई है। इस महीन रोज सुबह जल्दी उठकर उगते हुए सूरज को जल चढ़ाने का विधान ग्रंथों में बताया है। सूर्य को जल चढ़ाने में तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें।

आयुर्वेद के जानकारों का कहना है कि भाद्रपद, चातुर्मास के चार महीनों में दूसरा है। इस महीने में ऋतु परिवर्तन होता है। जिससे शरीर में बदलाव भी होते हैं और डायजेशन गड़बड़ा जाता है।

इस महीने में ज्यादा तला हुआ और मसालेदार खाना खाने से बचना चाहिए। ऐसे चीजे न खाएं जिनको पचने में ज्यादा समय लगता हो। सेहतमंद चीजों को खाने में शामिल करें। भाद्रपद में जानकार योग, प्राणायाम और कसरत करने की सलाह भी देते हैं।

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