खाटू श्याम मेला जाने का बना रहे हैं मन, तो जरूर ध्यान रखें ये बातें
HARYANATV24: राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटू श्याम जी का मंदिर भारत के मुख्य तीर्थ स्थलों में शामिल है। कई मान्यताओं के अनुसार, खाटू श्याम जी को भगवान कृष्ण का कलयुगी अवतार माना जाता है। जल्द ही इस मंदिर में खाटू श्याम मेला लगने जा रहा है, जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।
फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए विशेष माना गया है। इस साल फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी 20 मार्च को पड़ रही है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी तिथि पर बर्बरीक ने भगवान श्रीकृष्ण को अपना शीश दान किया था। तब उन्हें कृष्ण जी ने आशीर्वाद दिया और बर्बरीक को खाटू श्याम जी के नाम से जाना जाने लगा।
फाल्गुन महीने में 12 मार्च 2024 को लक्खी मेले का आयोजन होगा, जिसका समापन 21 मार्च 2024 को होगा। इस मेले में देश के कोने-कोने से लाखों भक्त शामिल होने आते हैं। फाल्गुन महीने में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को इस मेले का मुख्य माना जाता है।
इस मेले के दौरान श्याम बाबा के दरबार के मंडप में राम दरबार की झांकियां सजाई जाएंगी। इसके अलावा मंदिर के गर्भगृह को भी विशेष रूप से सजाया जाएगा। इस दौरान भक्त खाटू श्याम जी के अद्भुत शृंगार का भी दर्शन कर सकेंगे।
अगर आप भी बाबा श्याम के लक्खी मेले में शामिल होने आ रहे हैं, तो इसके लिए कुछ नियमों को जरूर ध्यान रखें। जो लोग निशान उठाते हैं उन्हें रिंग्स के रास्ते से होते हुए बाबा श्याम की पैदल करनी पड़ती है। बाबा श्याम को सुजानगढ़ का निशान चढ़ाने के बाद मेले का समापन माना जाता है। साथ इस बात का भी ध्यान रखें की 08 फीट से ऊंचा निशान ले जाने की अनुमति नहीं है। वहीं, मेले के दौरान श्याम कुंड पूर्ण रूप से बंद रहेगा।