Chandigarh: सरकारी स्कूलों में एंट्री दाखिले की डेट आगे बढ़ी, अब इस तारीख से शुरू होगी आवेदन प्रक्रिया
HARYANATV24: चंडीगढ़ के स्कूलों में एंट्री कक्षाओं के लिए दाखिले की दौड़ शुरू हो गई। निजी स्कूलों में परिजनों की भीड़ रही। वहीं, सरकारी में दो-चार परिजन ही पहुंचे। उन्हें भी मायूस होकर ही लौटना पड़ा, क्योंकि शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल में दाखिले की तिथि आगे बढ़ा दी है।
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अब 15 दिसंबर के बाद सरकारी स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी। दाखिले में देरी के पीछे अधिकारी स्कूलों के हो रहे ऑडिट का हवाला दे रहे हैं।
उनका कहना है कि ऑडिट की वजह से दाखिला प्रक्रिया में देरी हो रही है। एंट्री कक्षाओं में दाखिले के पहले दिन निजी और सरकारी स्कूलों में अभिभावकों की आवाजाही रही।
सेक्टर-33 स्थित टेंडर हार्ट स्कूल में एंट्री क्लास में दाखिला प्रक्रिया की जानकारी लेने के लिए 10-15 अभिभावक पहुंचे। सेक्टर-49 स्थित गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल में तीन-चार अभिभावक ही दाखिला कराने के लिए पहुंचे।
अन्य सरकारी स्कूलों में भी दो-चार अभिभावक ही पहुंचे, जिन्हें अध्यापकों ने यह कहकर लौटा दिया कि अभी दाखिला प्रक्रिया शुरू नहीं हुई।
विभाग का दावा है कि प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए ही इस बार ऑनलाइन दाखिले की व्यवस्था को शुरू किया जा रहा है। अभिभावक शिक्षा विभाग की वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और अपनी पसंद के स्कूल की वरीयता भर सकते हैं।
निजी स्कूलों पर सख्ती
शिक्षा विभाग ने गुरुवार को सभी निजी स्कूलों को पत्र जारी कर स्पष्ट कर दिया कि उन्हें ईडब्ल्यूएस के लिए सीटें आरक्षित रखनी होंगी। विभाग की तरफ से जारी पत्र में कहा है कि गैर-अल्पसंख्यक स्कूलों में 25 फीसदी सीटें और अल्पसंख्यक स्कूलों को 15 फीसदी सीटें आरक्षित रखनी होंगी।
अल्पसंख्यक स्कूल ईडब्ल्यूएस के लिए सीटें आरक्षित रखने पर आनाकानी करते आए हैं। विभाग ने सभी निजी स्कूलों में सीटों की सामान्य संख्या और ईडब्ल्यूएस सीटों की संख्या को भी सार्वजनिक किया है। चेतावनी दी है कि सभी स्कूलों को ईडब्ल्यूएस के नियमों का पालन करना होगा। नहीं तो कार्रवाई की जा सकती है।
सरकारी स्कूलों में एंट्री कक्षाओं के लिए दाखिला प्रक्रिया 15 दिसंबर के बाद शुरू होगी। स्कूलों के हो रहे ऑडिट के कारण प्रक्रिया में देरी हुई है। निजी स्कूलों में एंट्री कक्षाओं के ईडब्ल्यूएस दाखिला प्रक्रिया पारदर्शी हो, इसलिए विभाग हर उचित कदम उठाया जा रहा है। - हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़, निदेशक, शिक्षा विभाग।