चंडीगढ़: टमाटर एक बार फिर 200 रुपए किलो, दूसरी सब्जियों ने भी बिगाड़ा रसोई का बजट, पहाड़ों पर बारिश का असर
सब्जियों के भाव एक बार फिर छू रहे आसमान
दूसरी सब्जियां भी महंगी हो गई
बारिश के कारण सब्जी की फसल नष्ट हो गई
चंडीगढ़ में सब्जियों के भाव एक बार फिर आसमान छू रहे हैं। टमाटर पिछले हफ्ते 70 रुपए प्रति किलो तक आ गया था। वह दोबारा से 200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। इसी प्रकार दूसरी सब्जियां भी महंगी हो गई है। इससे लोगों के रसोई का बजट बिगड़ गया है।
मटर 160 रुपए किलो, गोभी 100 रुपए किलो मिल रही है। बींस का भाव भी 120 रुपए प्रति किलो के हिसाब से है। 10 रुपए प्रति किलो मिलने वाला आलू भी अभी 30 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है। प्याज भी करीब 40 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है।
पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर
सेक्टर 26 की सब्जी मंडी के आढ़तियों का कहना है कि पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण सब्जी की फसल नष्ट हो गई है। इसकी वजह से यह दामों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। अक्सर इन दिनों में सब्जियों के दाम बढ़ते हैं, लेकिन इस बार कुछ ज्यादा बढ़े हुए हैं।
पिछले साल से 40% महंगी सब्जियां
बरसात के मौसम में हर बार सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। लेकिन इस बार पिछले साल से करीब 40% सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। चंडीगढ़ शिमला हाईवे बंद होने के कारण यह समस्या और ज्यादा बढ़ गई है। अभी बेंगलुरु से कुछ सब्जियां आनी शुरू हुई है। अब धीरे-धीरे सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी।
इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार
वही सेक्टर 26 सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान बृजमोहन का कहना है कि चंडीगढ़ के अलावा मोहाली और पंचकूला में सब्जियों की सप्लाई सेक्टर 26 की मंडी से ही होती है। शेड एक्सटेंशन के लिए आढ़तियों के पास जगह की कमी है। इससे वह स्टॉक में सब्जियां नहीं रख पाते हैं। मांग ज्यादा होने के कारण सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। अगर शेड एक्सटेंशन होती है तो स्टॉक बढ़ा कर रखा जा सकता है।