अक्षय कुमार की फिल्म OMG-2 अभी भी सेंसर बोर्ड में लटकी है। सोर्सेज की माने तो फिल्म को लेकर एक अहम डेवलपमेंट सोमवार को आ जाएगा।
अक्षय कुमार की फिल्म OMG-2कल सेंसर बोर्ड तय करेगा OMG-2 का भविष्य:'U' सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा बोर्ड; मेकर्स चाहते हैं बच्चे भी फिल्म देखें
सेंसर बोर्ड फिल्म में कट लगाने की संख्या में भी कमी कर रहा है। हालांकि बोर्ड अभी भी फिल्म को U सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा है।
फिल्म के मुद्दे को देखते हुए मेकर्स भी डिस्क्लेमर रखने पर विचार कर रहे हैं।
हालांकि मेकर्स नहीं चाहते कि फिल्म को A सर्टिफिकेट मिले। फिल्म सेक्स एजुकेशन जैसे अहम मुद्दे पर बनी है।
A सर्टिफिकेट मिलने से बच्चे फिल्म नहीं देख पाएंगे। मेकर्स का मानना है कि फिल्म में जो जानकारी दी गई, उसकी सबसे ज्यादा जरूरत बच्चों को ही है।
फिल्म को मिल सकता है UA 13+ सर्टिफिकेट
चूंकि मेकर्स इस बात पर अड़े हैं कि उन्हें UA सर्टिफिकेट ही चाहिए।
इसे देखते हुए सेंसर बोर्ड अपनी नई पॉलिसी इस फिल्म के साथ लागू कर सकता है। इस हिसाब से फिल्म को UA 13+ सर्टिफिकेट मिल सकता है। इसके तहत 13 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे फिल्म देख सकेंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि सर्टिफिकेशन पर सेंसर बोर्ड क्या फैसला लेता है।
खास बात ये है की 'OMG 2' को 11 अगस्त को सनी देओल की फिल्म 'गदर 2' से टकराना था। हालांकि अभी तक फिल्म का भविष्य तय नहीं हो पा रहा है।
U सर्टिफिकेट देने से हिचक रहा सेंसर बोर्ड
सोर्सेज के मुताबिक ,सेंसर बोर्ड काफी असमंजस की स्थिति में है। फिल्म इस बात की वकालत करता है कि स्कूलों में टीनएज के लिए सेक्स एजुकेशन होना चाहिए। हालांकि इस मसले में स्कूलों में अभी तक कोई नीति नहीं बन पाई है। इसी वजह से सेंसर बोर्ड फिल्म को U सर्टिफिकेट देने में हिचक रहा है।
लिहाजा सेंसर बोर्ड और मेकर्स के बीच लगातार बातचीत जारी है। अब इसका क्या नतीजा निकलता है कि यह सोमवार तक पता चल जाएगा।
फिल्म का टीजर 11 जुलाई को रिलीज किया गया था। टीजर में अक्षय कुमार लंबी जटाएं और माथे पर भस्म लगाए भगवान शिव के रूप में नजर आए।
फिल्मों को कैसे सर्टिफिकेट मिलता है, पूरा समझिए
पहले तीन तरह से फिल्मों को सर्टिफाई किया जाता था। पहला था U जिसे यूनिवर्सल कहा जाता है।
अगर किसी फिल्म को U सर्टिफिकेट मिलता है, तो इसका मतलब उसे किसी भी ऐज ग्रुप का व्यक्ति बिना किसी रिस्ट्रिक्शन के देख सकता है।
दूसरे नंबर पर आती हैं UA सर्टिफाइड फिल्म। अगर कोई बच्चा 18 साल से कम है तो वो पेरेंट के मार्गदर्शन में UA सर्टिफाइड फिल्म देख सकता है। तीसरे नंबर पर आती हैं A सर्टिफाइड वाली फिल्में।
इन फिल्मों को सिर्फ वही लोग देख सकते हैं, जिनकी उम्र 18 साल से ज्यादा हो चुकी है।
अब संसद में सिनेमैटोग्राफ एक्ट 1952 संशोधित विधेयक पारित हो गया है। इस बिल में कुछ नई कैटेगरी जैसे UA 7+, UA 13+ और UA 16+ को शामिल किया गया है।
अब फिल्मों को UA सर्टिफिकेशन के तहत सात साल, 13 साल और 16 साल के दर्शक वर्ग के लिए अलग-अलग सर्टिफाइड किया जाएगा।
फिल्म 11 अगस्त, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होनी थी। इसका पहला पार्ट OMG 2012 में रिलीज हुआ था। उस फिल्म में परेश रावल मुख्य भूमिका में थे।
फिल्म में महाकाल मंदिर को बड़े पैमाने पर दिखाया जाएगा
सोर्सेज का दावा है कि यह पहली हिंदी फिल्म होगी, जिसमें उज्जैन के महाकाल मंदिर को बहुत बड़े पैमाने पर दिखाया जाएगा।
इस फिल्म में बाप-बेटे के भावनात्मक रिश्ते को दिखाया गया है। हालांकि इसे लेकर विवाद भी हुआ है। इसे लेकर महाकाल मंदिर के पुजारियों ने आपत्ति जताई है।
पुजारियों का कहना है कि इस फिल्म से महाकाल मंदिर में शूट किए गए सभी दृश्य को तत्काल हटा लेना चाहिए।
फिल्म को अगर A सर्टिफिकेट दिया गया और अश्लीलता परोसने के साथ महाकाल मंदिर के शॉट दिखे तो देशभर में फिल्म प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्टर अक्षय कुमार के खिलाफ प्रदर्शन होगा। FIR भी दर्ज कराई जाएगी।