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अमेरिका के जंगलों में अब तक की सबसे भयानक आग:2 हजार इमारतें जलीं, हवाई में 93 की मौत, अफसर बोले- खतरा टला नहीं

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US Fire

अमेरिका के हवाई राज्य के जंगलों में लगी आग की वजह से 93 लोगों की मौत हो चुकी है। ये अमेरिका के जंगलों में लगी पिछले 100 साल की सबसे भयानक आग है। हवाई के गवर्नर जॉश ग्रीन ने आशंका जताई है कि मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। CNN के मुताबिक, गवर्नर ने बताया कि आग की वजह से हवाई में 49.77 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।

माउई और लहायना जैसे शहरों में करीब 2 हजार से ज्यादा बिल्डिंग्स जल चुकी हैं। गवर्नर ग्रीन के मुताबिक, हर दिन करीब 15 हजार लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। वहीं जो लोग अब वापस लौट रहे हैं वो अपने जले हुए घरों को देखकर सदमे में हैं। हवाई के कहुलुई एयरपोर्ट के एक रनवे को राहत सामग्री के लिए रिजर्व कर दिया गया है।

फुटेज में माउई में फैली आग को देखा जा सकता है।

फुटेज में माउई में फैली आग को देखा जा सकता है।

माउई में 85% आग पर काबू
CNN के मुताबिक, अधिकारियों और रेस्क्यू वर्कर्स ने माउई में 85% आग पर काबू पा लिया है। वहीं लहायवा में पुलेहु के जंगलों में लगी आग भी 80% तक बुझाई जा चुकी है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, जंगलों की आग शहर के पेड़ों की जड़ों तक पहुंच चुकी है। हेलिकॉप्टरों से आग बुझाने के लिए पानी फेंके जाने के बावजुद जमीन के नीचे पेड़ों की जड़ें जल रही हैं, जिससे आग के फिर से फैलने का खतरा है।

इससे पहले कैलिफोर्निया में 2018 में लगी कैंप फायर की वजह से 85 लोगों की मौत हुई थी। इसमें करीब 18 हजार घर, बिल्डिंग्स और ऑफिस जल गए थे। आग की वजह से 1.53 लाख एकड़ का एरिया जल गया था।

15 तस्वीरों में देखिए हवाई के जंगलों में लगी आग का असर...

लहायना में समुद्र किनारे बसे घरों के पास अभी भी धुआं उठ रहा है।

लहायना में समुद्र किनारे बसे घरों के पास अभी भी धुआं उठ रहा है।

एरियस व्यू में लहायना शहर में आग से मची तबाही दिख रही है।

एरियस व्यू में लहायना शहर में आग से मची तबाही दिख रही है।

आग की वजह से कई कारें भी जलकर खाक हो गईं।

आग की वजह से कई कारें भी जलकर खाक हो गईं।

आग बुझने के बाद जले हुए घर से सामान निकालता व्यक्ति।

आग बुझने के बाद जले हुए घर से सामान निकालता व्यक्ति।

हवाई में आग की वजह से करीब 50 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।

हवाई में आग की वजह से करीब 50 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है।

माउई में आग की वजह से दो मंजिला घर जल गया।

माउई में आग की वजह से दो मंजिला घर जल गया।

लहायना में आग की वजह से एक नाव भी पूरी तरह से तबाह हो गई।

लहायना में आग की वजह से एक नाव भी पूरी तरह से तबाह हो गई।

आग बुझाने के लिए हेलिकॉप्टर से हॉटस्पॉट्स पर पानी फेंका जा रहा है।

 

आग बुझने के बाद राहत कार्य में जुटे रेस्क्यू कर्मचारी।

आग बुझने के बाद राहत कार्य में जुटे रेस्क्यू कर्मचारी।

आग की वजह से हवाई में खजूर के पेड़ भी झुलस गए।

आग की वजह से हवाई में खजूर के पेड़ भी झुलस गए।

आग में सैकड़ों कारें, बस और दूसरी गाड़ियां भी जल गईं।

आग में सैकड़ों कारें, बस और दूसरी गाड़ियां भी जल गईं।

हवाई में आग की वजह से एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी जलकर खाक हो गया।

हवाई में आग की वजह से एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी जलकर खाक हो गया।

आग की वजह से जले घर के मलबे में टीवी और दूसरा सामान नजर आ रहा है।

आग की वजह से जले घर के मलबे में टीवी और दूसरा सामान नजर आ रहा है।

भारत से इम्पोर्ट हुआ 150 साल पुराना बरगद का पेड़ भी जला
इससे पहले गुरुवार को आग की वजह से भारत से इम्पोर्ट किया गया अमेरिका का सबसे बड़ा और 150 साल पुराना बरगद का पेड़ भी जल गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, रेस्क्यू वर्कर्स अब तक सिर्फ 3% के इलाके तक ही पहुंच पाए हैं। इसकी वजह से आने वाले दिनों में मरने वाले लोगों का आंकड़ा तेजी से बढ़ने की आशंका है।

हवाई के जंगलों में लगी आग अब तक का सबसे बड़ नेचुरल डिजास्टर है।

हवाई के जंगलों में लगी आग अब तक का सबसे बड़ नेचुरल डिजास्टर है।

फुटेज शुक्रवार की है, जब हवाई में हेलिकॉप्टर से आग बुझाई जा रही थी।

फुटेज शुक्रवार की है, जब हवाई में हेलिकॉप्टर से आग बुझाई जा रही थी।

तस्वीर गुरुवार की है, जब लहायना शहर में कई घर आग की चपेट में आ गए थे।

तस्वीर गुरुवार की है, जब लहायना शहर में कई घर आग की चपेट में आ गए थे।

जानिए जंगल में आग लगती कैसे है...
कनाडा में जंगल की आग को बाढ़ के बाद सबसे बड़ी आपदा माना जाता है। जंगल की आग से हर साल 4 मिलियन स्कवायर किलोमीटर का इलाका जल जाता है। आग जलने के लिए हीट, ईंधन और ऑक्सीजन जरूरी होते हैं। जंगल में ऑक्सीजन हवा में ही मौजूद होती है। पेड़ों की सूखी टहनियां और पत्ते ईंधन का काम करते हैं। वहीं एक छोटी सी चिंगारी हीट का काम कर सकती है।

ज्यादातर आग गर्मी के मौसम में लगती है। इस मौसम में एक हल्की चिंगारी ही पूरे जंगल को आग की चपेट में लेने के लिए काफी होती है। ये चिंगारी पेड़ों की टहनियों के आपस में रगड़ खाने से या सूरज की तेज किरणें भी कई बार भड़क जाती हैं।

गर्मी में पेड़ों की टहनियां और शाखाएं सूख जाती हैं, जो आसानी से आग पकड़ लेती हैं। एक बार आग लगने पर इसे हवा बढ़ावा देती है। इसके अलावा प्राकृतिक रूप से बिजली गिरने, ज्वालामुखी और कोयले के जलने की वजह से भी जंगल में आग लग सकती है। फिलहाल तापमान में बढ़ोतरी को कनाडा में लगी आग की मुख्य वजह बताया जा रहा है।

मई में कनाडा के जंगल में भी लगी थी आग

मई में कनाडा के जंगलों में अब तक की सबसे भयानक आग लगी थी। यहां करीब सभी 10 प्रांतों और शहरों में इसका असर देखा गया था। इसमें करीब 33 हजार स्क्वायर किमी का क्षेत्र जल गया था। ये पिछले 10 साल के औसत से 13 गुना ज्यादा और बेल्जियम के कुल क्षेत्रफल से भी बड़ा है। इसकी वजह से 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा था।

कनाडा में जंगल की आग को बाढ़ के बाद सबसे बड़ी आपदा माना जाता है। जंगल की आग से हर साल 4 मिलियन स्कवायर किलोमीटर का इलाका जल जाता है। आग जलने के लिए हीट, ईंधन और ऑक्सीजन जरूरी होते हैं। जंगल में ऑक्सीजन हवा में ही मौजूद होती है। पेड़ों की सूखी टहनियां और पत्ते ईंधन का काम करते हैं। वहीं एक छोटी सी चिंगारी हीट का काम कर सकती है। 

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