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स्त्रीयों को बात छिपाने में महारथ हासिल होती हैं,वो बात चाहे किसी रोग से सम्बन्धित ही क्यों न हो।

यह रोग स्त्रियां के स्वास्थय और शक्ति को घुन की तरह खा जाता हैं, शरीर को सुखा देता हैं तथा सुंदरता में कमी लाता है।
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Vaid Deepak Kumar*--स्त्रीयों को बात छिपाने में महारथ हासिल होती हैं,वो बात चाहे किसी रोग से सम्बन्धित ही क्यों न हो। ऐसे अनेक रोग हैं जिन्हें स्त्रियां अपने पति तक से छिपाये रखती है। इसका मुख्य कारण यह है की वे अपनी अज्ञानतावश उन रोगों को अधिक महत्व नहीं देती, पर वे रोग धीरे धीरे उन्हें अंदर से खोखला कर देते हैं। इन रोगों में से एक है श्वेत प्रदर (ल्यूकोरिया, सफ़ेद पानी आना) आदि नामो से जाने वाला रोग हैं।

प्रायः 80 प्रतिशत स्त्रियां आज श्वेत प्रदर् (ल्यूकोरिया) से परेशान है। यह रोग स्त्रियां के स्वास्थय और शक्ति को घुन की तरह खा जाता हैं, शरीर को सुखा देता हैं तथा सुंदरता में कमी लाता है।

समझदार स्त्रियां इसे सफ़ेद पानी आना और ग्रामीण भोली भाली स्त्रियां इसे कपडे में दाग लगना कहती ह।इसकी वजह से स्त्रियां परेशान तो बहुत रहती है मगर किसी से कुछ कह नहीं पाती हैं।

*लक्षण*

सर्दी का लगना, कृमियो का होना, नीचे के स्थान पर गंदगी रहना, खून की कमी होना, अत्यदिक् आलस्य होना, बार बार गर्भस्राव , खून की कमी होना, किसी काम में दिल न लगना, स्वभाव में चिड़चिड़ापन होना, जल्दी गुस्सा होना, भूख का ना लगना, चेहरे पर पीलापन छा जाता है, सिर,पीठ,पेट व् कमर में दर्द रहना इत्यादि इसके मुख्य लक्षण है।

*उपचारः*

औषधी का वर्णन

कमरकस- 75ग्राम

दक्षिण सुपारी- 75ग्राम

गोंद कीकर- 75ग्राम

मोचरस- 75ग्राम

माजूफल- 40ग्राम

कलमी तज- 75ग्राम

पीली सतावर- 150ग्राम

सुखा सिंघाड़ा- 50ग्राम घी में भूना हुआ

उस्तेखदुद्- 50ग्राम

अशोक छाल- 50ग्राम

रूमी मस्तगी- 5मासे

आँवला चूर्ण - 75ग्राम

सभी जड़ी बूटियों का चूर्ण बनाले। और फिर सारे समान के बराबर इसमें पिसी हुई मिस्री मिला दे। फिर् इसमें शुद्ध रसौत और शुद्व धोया हुआ सफ़ेद कत्था 50-50 ग्राम मिलाये, फिर सुबह-शाम शरीर की प्रकृति व मौसम के अनुसार दूध की कच्ची लस्सी से ले। इसके साथ अशोकारिस्ट सीरप दे 20ml सुबह शाम समभाग पानी मिलाकर दे।

फिटकरी का डूस करवाये। धन्यवाद।

यह नुख्सा हमारे दादा जी व् हमारे द्वारा हजारो लोगो पर आजमाया हुआ है।

101 प्रतिशत परिणाम अच्छा मिलता है।

ये ध्यान रहे की जब भी किसी स्त्री को दवा दे ,वह गर्भवती न हो।

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