बड़ा खुलासा: देखें Chat-गैंगस्टर बनना चाहता था मोनू मानेसर, लॉरेंस ग्रुप में शामिल होने के लिए गैंगस्टर के भाई अनमोल के संपर्क में था
HARYANATV24: नासिर-जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ हरियाणा का गोरक्षक मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाहता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोनू गैंगस्टर लॉरेंस के ग्रुप में शामिल होना चाहता था, इसके लिए वह लगातार लॉरेंस के भाई अनमोल से संपर्क में बना हुआ था। गिरफ्तारी से पहले 10 सितंबर तक दोनों के बीच एक विशेष ऐप सिग्नल के जरिए बातचीत भी हुई।
मोनू मानेसर की बातचीत लॉरेंस के भाई अनमोल से 27 अगस्त से शुरू हुई। इस दौरान दोनों के बीच सिग्नल ऐप के जरिए ही इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल भी एक्सचेंज हुई। सिग्नल पर ही दोनों के बीच मैसेज का भी आदान-प्रदान हुआ। दोनों की बातचीत की पूरी डिटेल में इसका खुलासा हुआ है। हालांकि अभी इसकी पुलिस के द्वारा आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
27 अगस्त को पहला मैसेज विदेश में बैठे बिश्नोई के भाई अनमोल ने किया। जिसमें उसने सिग्नल ऐप के जरिए मोनू को मैसेज में अनमोल लिखकर भेजा। इसके बाद मोनू ने 28 अगस्त को यह मैसेज देखा, देखकर उसने जय श्री राम लिखकर जवाब दिया। दोनों के मैसेज के बाद बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। यह सिलसिला 10 सितंबर तक जारी रहा।
क्या है VIDEO में
10 सितंबर को दोनों के बीच आखिरी बार मैसेज का आदान-प्रदान हुआ। अनमोल की ओर से मोनू मानेसर को यह जानकारी दी गई कि भाई (लॉरेंस बिश्नोई) का फोन चल गया है। मोनू ने लिखा वाह जी जय बलकारी। इसके बाद अनमोल ने मोनू से भाई से बात करने के लिए कहा। मोनू को इसके बाद अनमोल ने लॉरेंस का सिग्नल ऐप का नंबर भी भेजा। इसके बाद 12 सितंबर को मोनू मानेसर की गिरफ्तारी हो गई।
बैंकॉक में काटी फरारी
मंगलवार को हरियाणा के मानेसर से मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया जा चुका है। हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया। इस दौरान मोनू मानेसर ने बड़ा खुलासा किया है। उसका कहना है कि जुनैद और नासिर को सबक सिखाने के लिए 8 दिन पहले ही अपहरण और हत्या का पूरा प्लान तैयार किया गया था।
मोनू मानेसर का कहना है कि जुनैद-नासिर की हत्या के बाद वो देश से फरार हो गया था।राजस्थान पुलिस की पूछताछ के दौरान मोनू मानेसर ने बताया कि जुनैद-नासिर हत्याकांड में जब उसका नाम आया तो वो बैंकॉक भाग गया था, वहां रहकर फरारी काट रहा था।