Haryana: 20 हजार आशा वर्करों का बड़ा फैसला, हड़ताल के बाद अब चलेगा 'जेल भरो आंदोलन'
HARYANATV24: पिछले 45 दिन से हड़ताल पर चल रही आशा वर्करों ने आंदोलन तेज करने का एलान किया है। 25 सितंबर को सभी जिला मुख्यालयों पर जेल भरो आंदोलन के तहत 20 हजार आशा वर्कर गिरफ्तारी देंगी। अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ ने आशा वर्करों के आंदोलन का समर्थन किया है।
आठ अगस्त से चल रही आशा वर्करों की हड़ताल से जच्चा-बच्चा की देखभाल व टीकाकरण सहित आशा वर्करों द्वारा किया जाने वाले सर्वे का काम बुरी तरह प्रभावित है।
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष सुभाष लांबा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर आशा वर्करों की मांगों का समाधान कर हड़ताल खत्म करवाने का आग्रह किया है।
इसके साथ ही कहा कि 28 अगस्त को विधानसभा कूच के दौरान सभी जिलों में नेताओं को नजरबंद करके और जगह-जगह गिरफ्तारी करने के बावजूद हड़ताली आशा वर्करों के हौंसले बुलंद हैं और वे मांगें पूरी होने तक पीछे नहीं हटने वाली।
आशा वर्कर्स यूनियन की महासचिव सुनीता व प्रधान सुरेखा ने कहा कि सरकार आशा वर्करों से 70-80 हजार रुपये लेने वाले पक्के कर्मचारियों की तरह काम ले रही है।
यह हैं आशा वर्करों की मांगें
सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और तब तक 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन मिले। इंसेंटिव में 50 प्रतिशत कटौती को बहाल किया जाए। ईपीएफ एवं ईएसआइ की सुविधा मिले। सेवानिवृत्ति उम्र 60 वर्ष हो। रिटायरमेंट पर सम्मानजनक पेंशन व ग्रेच्युटी दी जाए।