Haryana: 52 हजार लड़कियों को 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' से मिला जीवनदान, इन जिलों में अभी भी सता रही लिंगानुपात की चिंता
HARYANATV24: हरियाणा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान कारगर रहा है। वर्ष 2015 में शुरू हुए अभियान के तहत अब तक 52 हजार लड़कियों को जीवनदान मिल चुका है। इससे लिंगानुपात भी बढ़कर 916 पर पहुंच गया है।
हालांकि अब भी पांच जिलों रोहतक (883), नारनौल (887), सोनीपत (894), चरखी दादरी (897) और रेवाड़ी (897) में लिंगानुपात की स्थिति चिंताजनक है। स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति में सुधार लाने के लिए एमटीपी किट की ऑनलाइन और बगैर पर्ची के बिक्री पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं।
संबंधित जिलों में विशेष जागरूकता अभियान चलाने के साथ ही अल्ट्रासाउंड केंद्रों की चेकिंग की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और शिक्षा विभाग मिलकर निगरानी की योजना तैयार करेंगे।
एमटीपी किटों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सभी अनुमोदित एमटीपी केंद्रों का ऑडिट किया जाएगा। राज्य मुख्यालय नियमित आधार पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों के साथ मासिक बैठक आयोजित करेगा।
अमनीत पी. कुमार ने कहा कि फील्ड स्टॉफ का क्षमता निर्माण नियमित आधार पर किया जाना चाहिए ताकि वे पीसी पीएनडीटी/एमटीपी अधिनियम के बारे में आम जनता को जागरूक कर सकें। उन्होंने कहा कि पहले बेटी को बचाना है और फिर पढ़ाना है। स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक गर्भावस्था का शीघ्र पंजीकरण सुनिश्चित करेगा।
जिला टास्क फोर्स की बैठक हर महीने नियमित आधार पर होगी। जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक निगरानी व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।