Haryana: सड़कों पर अब बेसहारा नहीं घूमेगा गोवंश, गोसेवा आयोग ने तैयार किया प्लान
HARYANATV24: हरियाणा के शहरों व कस्बों में सड़कों पर बेसराहा घूम रहे गोवंश को गौशालाओं में पहुंचाया जाएगा। इसके लिए राज्य भर में विशेष मुहिम शुरू की जा चुकी है, जिसे अधिक तेजी से चलाने के निर्देश शहरी निकाय विभाग, पंचायत विभाग और पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दिए जा चुके हैं।
प्रदेश सरकार ने गो सेवा आयोग से कहा है कि बेसहारा गोवंश को गौशालाओं तक पहुंचाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान को गति प्रदान की जाए। श्रवण गर्ग गोसेवा आयोग के चेयरमैन हैं, जिनकी देखरेख में यह अभियान चल रहा है।
कालका से कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी ने सड़कों पर बेसहारा गोवंश के घूमने का मुद्दा विधानसभा में उठाया। इस पर जवाब देते हुए शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने बेसहारा गायों को दो माह के भीतर गोशालाओं तक पहुंचाने की सरकार की योजना की जानकारी दी।
प्रदीप चौधरी ने कहा कि बेसहारा पशुओं के सड़कों पर होने की वजह से हादसे हो रहे हैं। लोगों की जान जा रही है। राज्य में करीब 60 हजार ऐसी गाय चिन्हित की गई हैं, जो सड़कों पर बेसहारा हैं और जिन्हें गोशालाओं में पहुंचाने की जरूरत है।
विधायक ने सदन में आरोप लगाया कि पंचकूला के कोट गांव में नंदीशाला का उद्घाटन जल्दबाजी में किया गया। यह पूरी भी नहीं हुई थी। इसमें जलभराव की भी समस्या रहती है। इस वजह से अब सरकार इसे शिफ्ट करने की योजना बना रही है।
शहरी निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने सदन में स्वीकार किया कि बेसहारा पशुओं को पूरी तरह से सड़कों को हटाने का काम अभी पूरी नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले बजट में गोसेवा आयोग का बजट भी 40 करोड़ से बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये किया है।
उन्होंने कहा कि गोशालाओं व नंदीशालाओं में रखे गए गोवंश के उपचार का भी सरकार ने प्रबंध किया हुआ है। उन्होंने बताया कि गायों को गोशालाओं में रखने के लिए गोशाला संचालकों को सरकार की ओर से अनुदान राशि प्रदान की जाएगी।