Haryana: अब उपभोक्ता खुद कर सकेंगे बिजली खपत प्रबंधन, करोड़ों का लागत से स्मार्ट होंगे मीटर
HARYANATV24: बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। अब जिले में भी जल्द ही सभी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए बिजली निगम ने अंबाला-पंचकूला सर्कल के लिए करीब 281 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत का प्रोजेक्ट तैयार किया है।
सबसे पहले मैकेनिकल मीटर जिन्हें काले मीटर कहा जाता था लगाए गए थे फिर इलेक्ट्रानिक्स मीटर बदले गए और उसके बाद बिजली निगम ने डिजिटल मीटर लगाए थे। इसी कड़ी में अब स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।
मोबाइल के जरिए ही उपभोक्ता मीटर की मानिटरिंग कर सकेंगे। ये मीटर देखने में सामान्य होंगे लेकर यदि कोई उपभोक्ता चाहेगा तो प्री-पेड भी इसे करवा सकेगा यानी जितने रुपये का रिचार्ज करवाएंगे उतनी ही बिजली मिलेगी। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली सप्लाई बंद हो जाएंगी।
यदि उपभोक्ता प्री-पेड प्लान का लाभ नहीं लेना चाहता तो सामान्य मीटर की तरह बिजली बिल उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर आता रहेगा और उसे उपभोक्ता वर्तमान की तरह भरकर बिजली आपूर्ति ले सकेंगे।
हर मीटर का कंट्रोल बिजली निगमों के पास रहेगा और मीटरों के साथ किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकेगी। इसके अलावा ये मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं की मीटर खराब होने या अधिक स्पीड से चलने जैसी शिकायतें भी न के बराबर रह जाएंगी।
यह भी मिलेंगे लाभ
अपनी मर्जी के हिसाब से बिजली का उपयोग कर सकेंगे। स्मार्ट मीटर लगते ही मीटर रीडिंग लेने का सिस्टम खत्म होगा। उपभोक्ताओं को बिजली के खर्च की तुरंत जानकारी मिलती रहेगी।- प्री-पेड सुविधा लेने वाले उपभोक्ताओं को मोबाइल रिचार्ज की तरह बिजली का रिचार्ज मिल सकेगा।
बिजली के अनावश्यक खर्च पर रोक लगेगी अपने मोबाइल फोन से भी मीटर की मानिटरिंग कर सकेंगे।- मीटर की क्षमता से ज्यादा लोड का उपयोग होता है तो उसकी भी जानकारी मिलेगी।- बिजली बंद हुई तो मोबाइल फोन पर उपभोक्ता को पता चल जाएगा। शिकायतों का समाधान जल्द होगा।- उपभोक्ता द्वारा हर घंटे कितनी बिजली उपयोग की जा रही है, यह जानकारी भी होगी। अपने टैरिफ प्लान के हिसाब से उपभोक्ता खपत-कम ज्यादा कर सकेंगे।
करनाल, पंचकूला और पानीपत हैडक्वार्टर स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने का काम पूरी हो चुका है। अब पूरे हरियाणा में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। स्मार्ट मीटर के फायदे बहुत हैं। नाम के अनुसार यह मीटर स्मार्ट हैं। इसमें एक तो रीडिंग लेने वाला सिस्टम खत्म हो जाएगा।
सारा डाटा सिस्टम पर होगा और खुद उपभोक्ता भी उसे देख भी सकेगा और सप्लाई व जरूरत के अनुसार खपत कम ज्यादा कर सकेगा। प्री-पेड सुविधा का यदि कोई उपभोक्ता लाभ उठाता है तो उसे पांच प्रतिशत की टैरिफ प्लान पर छूट भी दी जाएगी। इसमें मीटर तेज-कम गति से चलने वाले झंझट भी खत्म हो जाएंगे।