Haryana: अब नौवीं कक्षा में दाखिले के लिए छात्रों का टेस्ट नहीं ले सकेंगे स्कूल, बदला एडमिशन पैटर्न
HARYANATV24: हरियाणा में अब कोई निजी या सरकारी स्कूल दाखिले के लिए विद्यार्थियों का टेस्ट नहीं ले सकेगा। सरकारी स्कूल से आठवीं पास करने वाले सभी विद्यार्थियों को नेबरहुड विद्यालय को स्क्रीनिंग किए बगैर दाखिला देना होगा।
कोई नेबरहुड स्कूल नौवीं कक्षा में नामांकन के लिए बच्चे का टेस्ट लेता है तो पहली बार में 25 हजार और फिर हर मामले में 50 हजार रुपये तक जुर्माना किया जाएगा।
नेबरहुड विद्यालय की श्रेणी में वह स्कूल आते हैं, जो बच्चे के निवास से पैदल दूरी के भीतर स्थित हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, मौलिक शिक्षा अधिकारियों और खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए हैं।
सरकार के पास शिकायत पहुंची थी कि कुछ विद्यालयों द्वारा बच्चों को दाखिले से पहले टेस्ट लिए जा रहे हैं, जो शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 13 का खुला उल्लंघन है।
नियमानुसार कोई भी स्कूल किसी बच्चे को प्रवेश देते समय न तो कोई कैपिटेशन शुल्क लेगा और न ही बच्चे या उसके माता-पिता का टेस्ट लेगा। ऐसा करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने कहा कि जिन स्कूलों में बच्चों के प्रवेश से पहले टेस्ट लिए जा रहे हैं, वहां इसे तुरंत बंद कराया जाए। नेबरहुड स्कूल को कोई टेस्ट नहीं लेकर विद्यार्थी को तुरंत दाखिला देना होगा।
सभी राजकीय विद्यालयों को भी निर्देशित किया गया है कि सरकारी स्कूल से आठवीं पास करने वाले विद्यार्थी का नौवीं कक्षा में नामांकन के लिए नेबरहुड स्कूल द्वारा कोई टेस्ट न लिया जाए।