हिसार: जाम लगाने वाले कई किसानों पर 4 थानों में FIR, लघु सचिवालय न जाने देने पर नेशनल हाईवे रोका था
हिसार में वीरवार को प्रदर्शन के दौरान हाईवे जाम करने वालों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई की है। नेशनल हाईवे नंबर नौ, बालसमंद, राजगढ़ रोड को जाम करने पर हिसार पुलिस ने चार अलग- अलग थानों में एफआईआर दर्ज की है। ये एफआईआर सदर, सिविल लाइन, सिटी और आजाद नगर थाने में दर्ज हुई है। हालांकि पुलिस ने इन एफआईआर को अपने पोर्टल पर अपलोड नहीं किया।
ट्रेक्टर ले जाने को लेकर पुलिस और किसानों में खूब बहस हुई।
इन एफआईआर में 18 से 20 नामजद किसान हैं। जबकि 200 अन्य को शामिल किया है। हिसार एसपी गंगाराम पूनिया का कहना है कि अलग- अलग थानों में प्रमुख किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।दूसरी और किसान नेता और जिला पार्षद प्रतिनिधि संदीप धीरणवास का कहना है कि अभी तक उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं आई। यदि प्रशासन ने किसानों पर मामला दर्ज किया है तो यह किसान नेताओं के लिए कोई नई बात नहीं है। ऐसी एफआईआर से किसान अपना संघर्ष नहीं छोड़ेंगे।
6 घंटे लगा रहा जाम
गुरुवार को किसानों ने फसल बीमा मुआवजे को लेकर हिसार में अपना प्रदर्शन करना था। इस दौरान शहर में ट्रैक्टर न दाखिल हो, इसलिए प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए सभी प्रमुख मार्गों पर नाकाबंदी कर दी। रोकने पर किसानों ने वहीं पर धरना दे दिया। किसानों ने नेशनल हाईवे नंबर नौ पर सिरसा चुंगी के पास जाम लगा दिया। राजगढ़ रोड, बालसमंद रोड पर भी जाम लगा। हालांकि शाम साढ़े चार बजे दो दौर की वार्ता के बाद प्रशासन और किसानों के बीच सहमति बनी। जिसके तहत करीब 400 करोड़ मुआवजा जारी किया गया।
रात को धरने पर हुआ हंगामा
हिसार में लघु सचिवालय के गेट के बाहर चल रहे किसानों के धरने पर बुधवार रात को हंगामा हो गया था। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें सिक्योरिटी इंचार्ज जितेंद्र ने किसानों को रास्ता रोकने पर गाली गलौज किया था। इतना ही नहीं जाति सूचक शब्द भी बोल दिए। एसपी गंगाराम पूनिया ने किसानों की शिकायत पर उसे सस्पेंड करने के आदेश दिए।