कुरुक्षेत्र में NH-44 लिंक रोड पर जेसीबी से हटाई बैरिकेडिंग, लेकिन SDRF के जवान मौजूद
![नेशनल हाईवे 44 लिंक रोड पर जेसीबी से हटाई बैरिकेडिंग](https://haryanatv24.com/static/c1e/client/108883/uploaded/4e14e55cf7f68caf3d622de4918d2b0c.png)
HARYANATV24: किसानों के दिल्ली कूच को लेकर सील किए गए नेशनल हाईवे 44 पर सोमवार को राहगीरों को कुछ राहत मिल पाई है। प्रशासन ने अब यहां की गई बैरिकेडिंग हटानी शुरू कर दी है।
सोमवार शाम को प्रशासन ने मारकंडा नंदी के पास हाईवे लिंक रोड पर की गई कंकरीट बैरिकेडिंग को जेसीबी के जरिए हटा दिया, जहां से दिल्ली की ओर से अंबाला की ओर जाने वाले राहगीरों को राहत मिली है।
उधर अंबाला से दिल्ली हाईवे पर लगाई गई कीलों की चादर भी हटा दी गई है। इसके साथ ही संभावना जताई जा रही है कि किसान शांत रहें तो अगले एक-दो दिन में बाकी रास्ते भी खोल दिए जाएंगे। बैरिकेडिंग हटाए जाने की कार्रवाई डीएसपी रणधीर सिंह की मौजूदगी में की गई जबकि इस दौरान एसडीआरफ के जवान मौजूद रहे।
मारकंडा नदी लिंक रोड से बैरिकेड हटने के बाद अंबाला जाने वाले अब सीधा जीटी रोड से सफर करेंगे, जबकि पंजाब-चडीगढ़ जाने वाले जो वाहन पहले पिपली-लाडवा-रादौर-दोसड़का-पंचकूला जा रहे थे, वह अब मारकंडा नदी पार करके साहा से सीधा नेशनल हाईवे-322 से पंचकूला पहुंचकर आगे का रास्ता तय करेंगे।
बता दें कि पिछले 15 दिनों से किसान आंदोलन के चलते प्रशासन ने मारकंडा नदी पर नेशनल हाईवे को आरसीसी की पक्की दीवारें बनाकर बंद किया हुआ था, जिसके बाद दिल्ली से राजपुरा-अमृतसर-चंडीगढ़ जाने-आने वाले वाहनों को पुलिस ने पिपली-लाडवा-रादौर-दोसड़का से नेशनल हाईवे-322 पर डायवर्ट किया हुआ था और शाहाबाद से इन वाहनों को बराड़ा-दोसड़का से डायवर्ट किया हुआ था।
पंजाब जाने वाले वाहन पंचकूला के बाद जीरकपुर-बनूड़-राजपुरा का रास्ता ले रहे थे, जबकि चंडीगढ़ जाने वाले वाहन पंचकूला से उद्योग पथ मार्ग का इस्तेमाल कर रहे थे। इस रूट पर हर वाहन को मिलकमाजरा टोल बूथ और जलौली टोल बूथ पर डबल और चार गुना टोल देना पड़ रहा था, जबकि ईंधन भी डबल लग रहा था।