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New National Education Policy: चार विषयों के साथ चार कोर्सों में होगी पढ़ाई, कॉलेज से ट्रेंड होकर निकलेंगे युवा

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में कॉलेजों में युवाओं को चार विषयों के साथ कौशल विकास सहित चार कोर्सों में पढ़ाई करनी होगी। इनमें चार मुख्य और एक मध्यम विषय होंगे। इसके साथ कौशल विकास के कोर्स का हर वर्ष विषय अलग होगा। काॅलेजों ने इसके आधार पर कोर्स और सब्जेक्ट कंबीनेशन बनाए हैं। ऑनलाइन
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New National Education Policy: चार विषयों के साथ चार कोर्सों में होगी पढ़ाई, कॉलेज से ट्रेंड होकर निकलेंगे युवा

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में कॉलेजों में युवाओं को चार विषयों के साथ कौशल विकास सहित चार कोर्सों में पढ़ाई करनी होगी। इनमें चार मुख्य और एक मध्यम विषय होंगे। इसके साथ कौशल विकास के कोर्स का हर वर्ष विषय अलग होगा। काॅलेजों ने इसके आधार पर कोर्स और सब्जेक्ट कंबीनेशन बनाए हैं। ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया 17 जून से शुरू होगी।

युवा तीन मुख्य और एक मध्यम स्तर के विषय ले सकेंगे
इधर नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में युवाओं के विषय चुनने में किसी प्रकार की परेशानी को देखते हुए कॉलेजों में हेल्प डेस्क और काउंसिलिंग केंद्र बनाए हैं। निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के आधार पर पढ़ाई करने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वह कॉलेज की पढ़ाई के बाद स्वरोजगार को अपना सकता है।

कॉलेज में दाखिलों का शेड्यूल दोबारा 12 जून को जारी किया गया
उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में पत्र जारी कर सभी कॉलेजों को अवगत भी करा दिया है। इसके साथ विश्वविद्यालयों ने सिलेबस लगभग बना लिया है। कॉलेज में दाखिलों का शेड्यूल दोबारा 12 जून को जारी किया गया है। इसके आधार पर कॉलेजों को गुरुवार को अपना प्रोफाइल, कोर्स और सब्जेक्ट कंबीनेशन की जानकारी अपलोड कर दी।

ये होंगे विषय और कोर्स

एसडी पीजी कॉलेज पानीपत के प्राचार्य डॉ. अनुपम अरोड़ा ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार युवाओं को स्नातक में चार विषयों और चार कोर्स में पढ़ाई करनी होगी। युवा अपने संकाय में तीन मुख्य विषयों के अलावा एक मध्यम विषय ले सकेंगे। जैसे कोई कला संकाय में दाखिला लेता है तो वह हिंदी, अंग्रेजी और राजनीति शास्त्र के अलावा दूसरा हल्का विषय ले सकेगा। यानी विषयों के लिए उसका बोझ कम होगा। कौशल विकास, एबिलिटी इन्हांसमेंट, वेल्यू एडिड कोर्स और मल्टी डिसीप्लीनरी कोर्स लेना होगा। मल्टी डिसीप्लीनरी कोर्स में 12वीं में पढ़े पांच विषयों से हटकर विषय को लेना होगा। माना किसी ने कॉमर्स से 12वीं पास की है तो वह स्नातक में इतिहास या राजनीति शास्त्र ले सकेगा।

विषयों-कोर्स के लिए समय तय

एनईपी में विद्यार्थियों से पढ़ाई का बोझ कम करने का प्रयास किया गया है। विषयों व कोर्स की पढ़ाई के सप्ताह में समय निर्धारित किया गया है। मुख्य तीन विषयों के चार घंटे, कौशल विकास व मल्टी डिसीप्लीनरी कोर्स के तीन-तीन, मध्यम विषय, एबिलिटी इन्हांसमेंट और वेल्यू एडिड कोर्स के दो-दो घंटे तय किए हैं।

एक साल बाद पढ़ाई छोड़ सकेंगे विद्यार्थी

एनईपी में विद्यार्थियों को एक वर्ष बाद पढ़ाई छोड़ने का अधिकार होगा। उसको उस साल की पढ़ाई का सर्टिफिकेट मिलेगा। वह बाद में कॉलेज की फिर से पढ़ाई भी शुरू कर सकेगा। विद्यार्थी को एक साल की पढ़ाई के बाद 44 क्रेडिड स्कोर के साथ अंडर ग्रेजुएट सर्टिफिकेट मिलेगा। दो वर्ष की पढ़ाई पर 88 ग्रेड के साथ अंडर ग्रेजुएट डिप्लोमा, तीन वर्ष की पढ़ाई पर 132 क्रेडिड के साथ स्नातक डिग्री और चार वर्ष की पढ़ाई पर 176 क्रेडिड के साथ यूजी डिग्री ऑनर्स एंड रिसर्च दी जाएगी।

 

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