Nuh Braj Mandal Yatra: अयोध्या से जलाभिषेक यात्रा के लिए नूंह आए संत, पुलिस ने रोका तो आमरण अनशन पर बैठे
HARYANATV24: नूंह और इससे सटे जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। नूंह और पलवल में धारा-144 लागू है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद आदि पड़ोसी जिले अलर्ट पर हैं। नूंह की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है ताकि दूसरे जिलों से लोग यहां नहीं आ सकें।
नल्हड़ मंदिर जाने वाले रास्ते पर 15 जगहों पर लगे नाके
नूंह के रोजका मेव और नल्हड़ मंदिर को जाने वाले रास्ते पर करीब 10 से 15 जगहों पर पुलिस नाके लगे हुए है। साथ ही आईटीबीपी और आरपीएफ फोर्स तैनात की गई हैं। हर नाके पर वाहन चालकों के दस्तावेज की जांच हो रही हैं। बिना इजाजत किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।
#WATCH | Nuh, Haryana: Seer Jagadguru Paramhans Acharya Maharaj from Ayodhya stopped at the Sohna toll plaza by the administration.
— ANI (@ANI) August 28, 2023
"I have come here from Ayodhya...The administration has stopped us here, they are not allowing us to move ahead nor they are allowing us to go… pic.twitter.com/m1Dv76xkna
टोल प्लाजा पर आमरण अनशन पर बैठे संत
अयोध्या से नूंह में जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने आए संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने घामडोज टोल प्लाजा पर ही रोक दिया है। इसे लेकर संत टोल प्लाजा पर धरने पर बैठ गए हैं। जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा, "मैं अयोध्या से यहां आया हूं... प्रशासन ने हमें यहां रोक दिया है, वे हमें आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं और न ही वे हमें वापस जाने दे रहे हैं। इसलिए मैं आमरण अनशन कर रहा हूं।"
सात संतों ने नल्हड़ मंदिर में किया जलाभिषेक
नूंह में स्वामी धर्मदेव की अगुवाई में सात संतों ने नल्हड़ मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके अलावा किसी को जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
31 जुलाई को हुई हिंसा में गई थी छह लोगों की जान
बीती 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके मद्देनजर एहतियात के तौर पर, अंतरराज्यीय और अंतरजिला सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जिले के सभी प्रवेश बिंदुओं पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात करके बाहरी लोगों को नूंह में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। कड़ी निगरानी रखने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।