हरियाणा के किसानों को भाने लगी प्राकृतिक खेती, 7 हजार से ज्यादा किसानों ने कराया पंजीकरण
HARYANATV24: हरियाणा किसानों में प्राकृतिक खेती के प्रति रूझान बढ़ा है। प्रदेश सरकार की ओर से शुरू किए गए प्राकृतिक खेती पोर्टल पर अब तक 7838 किसान पंजीकरण करा चुके हैं।
हिसार, जींद और सिरसा में खुलेंगे तीन प्रशिक्षण केंद्र
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस साल कृषि विभाग को किसानों से 20 हजार एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती कराने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत 24 करोड़ रुपये से अधिक की प्राकृतिक खेती योजना लागू की गई है। किसानों को प्राकृतिक खेती के बारे में शिक्षित करने के लिए गुरुकुल कुरुक्षेत्र और घरौंडा में दो प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए गए हैं।
इसके अलावा चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार, हरियाणा कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्थान जींद और सिरसा के मंगियाना में प्राकृतिक खेती के तीन प्रशिक्षण केंद्र खोलने पर काम चल रहा है।
17 नई स्थायी मृदा और जल परीक्षण लैब हुई स्थापित
योजना के अंतर्गत, किसानों को चार ड्रम खरीदने पर 3000 रुपये और देसी गाय की खरीद के लिए 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रविधान किया गया है। 222 लघु भूमि परीक्षण प्रयोगशालाएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों एवं राजकीय महाविद्यालयों में स्थापित की जा चुकी हैं।
13 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित
वर्तमान में हरियाणा किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन के मामले में सबसे आगे है। फल एवं सब्जियों की ग्रेडिंग, भंडारण और मार्केटिंग के लिए 731 एफपीओ का गठन किया गया है। इजराइल की तकनीक पर राज्य के विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में 13 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना में 46 बागवानी फसलें शामिल हैं। इस योजना में फलों के लिए 1000 रुपये प्रति एकड़ और सब्जियों के लिए 750 रुपये प्रति एकड़ प्रीमियम देना पड़ता है।
किसान बाजार में फसलों का मिलता बेहतर दाम
फल एवं सब्जी उत्पादक किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलवाने तथा उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर ताजा फल और सब्जियां उपलब्ध करवाने के लिए पंचकूला के सेक्टर-20 तथा गुरुग्राम में किसान बाजार शुरू किए गए हैं।