Ranjeet Murder Case: डेरे ने फैसले पर अनुयायियों को इंटरनेट पर कुछ शेयर न करने के दिए निर्देश, क्या है वजह?
HARYANATV24: डेरा सच्चा सौदा के पूर्व मैनेजर रणजीत सिंह हत्याकांड में मंगलवार सुबह हाईकोर्ट द्वारा डेरामुखी को राहत देने के मामले में सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय से लेकर फतेहाबाद तक में डेरा प्रबंधन सतर्कता बरत रहा है।
राम रहीम को इस मामले से बरी करने का फैसला सार्वजनिक होने के बाद ये माना जा रहा था कि डेरा अनुयायी जमकर जश्र मनाएंगे, लेकिन मंगलवार को ऐसा कुछ नहीं देखा गया।
उधर डेरा मुख्यालय की ओर से भी अपने एक्स अकाउंट पर इस मामले में दो लाइन की बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी गई।
डेरा सच्चा सौदा के औपचारिक एक्स अकाउंट पर इस मामले में लिखा गया ‘पूज्य गुरू जी हुए हाईकोर्ट से बरी। हमें न्यायपालिका पर सदा पूर्ण विश्वास रहा है और माननीय न्यायालय से हमें न्याय मिला है।’
इतना ही नहीं, फिलहाल डेरा सच्चा सौदा की सर्वेसर्वा हनीप्रीत इंसा ने भी इस फैसले को अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स पर कोई बहुत उत्साह ना दिखाकर केवल डेरा सच्चा सौदा की ओर जारी दो लाइन के बयान को ही रिपोस्ट किया है।
डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन से जुड़े सूत्रों की मानें तो डेरा प्रबंधन की ओर से अनुयायियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वो हाईकोर्ट द्वारा डेरामुखी को बरी करने के फैसले को लेकर इंटरनेट मीडिया पर बहुत ज्यादा हो-हल्ला ना करें।
ऐसा करने के पीछे डेरा प्रबंधन की ये मंशा है कि कहीं कोर्ट के इस फैसले को लेकर प्रदेश और देश की मीडिया की चर्चाओं का फोकस फिर से डेरा सच्चा सौदा की ओर ना मुड़ जाए। जिसके बाद इतनी बड़ी राहत मिलने के बाद भी डेरा श्रद्धालुओं की ओर से इंटरनेट मीडिया पर इस फैसले की कहीं कोई चर्चा नहीं की जा रही है।
डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन द्वारा हाईकोर्ट के फैसले को लेकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करने से रोकने के बाद भी डेरा अनुयायी खासे एक्टिव नजर आए। उन्होंने मंगलवार को लगभग दस हजार के करीब एक्स अकाउंट्स की पोस्ट्स की।
लेकिन इनमें हाईकोर्ट के फैसले की बजाए डेरा सच्चा सौदा द्वारा किए जाने वाले मानवता-भलाई के कामों और अभियानों का जिक्र ज्यादा था। इसमें कुछ नान-डेरा अनुयायियों की ओर से जरूर कोर्ट के फैसले पर सवाल खड़े किए गए थे। एक्स अकाउंट्स पर सारा दिन चलती गतिविधियों के चलते राम-रहीम एक्स पर सारा दिन ट्रैंडिंग पर रहा।
सिरसा जिले के बाद फतेहाबाद शहर का संगत घर काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। मंगलवार को कोर्ट का फैसला डेरामुखी के पक्ष मेेंं आने के बावजूद यहां की गतिविधियां सामान्य ही रही। स्थानीय पदाधिकारियों में से एक-दो लोग ही संगतघर पहुंचे और थोड़ी देर के बाद वापिस निकल गए।
सूत्रों की मानें तो स्थानीय पदाधिकारियों की ओर से डेरा अनुयायियों को निर्देश दिया गया था कि वो घर पर रहकर सिमरन करेंगे और इंटरनेट पर ऐसी कोई पोस्ट शेयर नहीं करेंगे।