हिमाचल के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अफसरशाही के बहाने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है।
शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के कुल्लू-मनाली दौरे के दौरान PWD के अधिकारी तक मौजूद नहीं थे।
जयराम ठाकुर ने कहा कि नितिन गडकरी मानसून सत्र को छोड़कर, प्रधानमंत्री से छुट्टी लेकर हिमाचल आए थे, लेकिन PWD सचिव और ENC साथ नहीं थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू बार-बार उन्हें फोन करते रहे। यह गंभीर विषय है। यह रूटीन का प्रवास नहीं था।
उन्होंने कहा कि नितिन गडकरी सड़कों को हुए नुकसान का जायजा लेने आए थे।
इस दौरान संबंधित विभाग के अधिकारियों का मौजूद रहना जरूरी था।
राम सुभग की एक्सटेंशन पर निशाना
जयराम ठाकुर ने राम सुभाग सिंह की नियुक्ति के सवाल पर कहा कि इस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को बोलना चाहिए
क्योंकि उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान इन पर खूब भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
राम सुभग सिंह को प्रधान सलाहकार बनाने की सुक्खू को क्या मजबूरी रही, यह वो ही बताएं, एक नहीं अनेक अधिकारी है
जिनके कामकाज पर प्रश्नचिन्ह लगे हैं। अब कांग्रेस की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में राम सुभग सिंह इकलौते ऐसे अधिकारी नहीं है। दूसरे अफसरों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
मगर, सुक्खू सरकार अब भ्रष्टाचार की बातें नहीं कर रही,
जबकि सुखविंदर सुक्खू का वह भाषण सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें राम सुभग सिंह पर सुक्खू ने विधानसभा के भीतर गंभीर आरोप लगाए थे।
केंद्रीय मंत्री का जताया आभार
जयराम ठाकुर ने नितिन गडकरी द्वारा की गई 400 करोड़ रुपए देने की घोषणा के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आपदा की घड़ी में हिमाचल की मदद कर रही है, लेकिन कांग्रेस सरकार फिर भी केंद्र पर दोषारोपण कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।