मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया कॉम्पिटिशन में शिरकत के लिए विनर चुनते वक्त ऑर्गनाइजर्स पर 6 लड़कियों को टॉपलेस करने का आरोप लगा है।
मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया कॉम्पिटिशन में शिरकत के लिए विनर चुनते वक्त ऑर्गनाइजर्स पर 6 लड़कियों को टॉपलेस करने का आरोप लगा है। विक्टिम्स ने एकजुट होकर पुलिस और फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के पास इसकी शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने भी माना है कि उसे इस घटना से जुड़े कुछ सबूत मिल चुके हैं और जांच तेजी से की जा रही है।
यह ब्यूटी पेजेंट राजधानी जकार्ता में 29 जुलाई से 3 अगस्त के बीच कराया गया था। इसमें हिस्सा लेने वाली 6 लड़कियों का आरोप है कि उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया और वहां 20 लोगों के सामने टॉपलेस होने को कहा गया। उनके फोटो लिए गए और वीडियो बनाए गए।
यह मामला सामने आने के बाद इंडोनेशिया की सियासत में भी बवाल होना तय माना जा रहा है। इंडोनेशिया की आबादी करीब 28 करोड़ है। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी आबादी वाला मुल्क है। इंडोनेशिया में ही दुनिया के सबसे ज्यादा मुसलमान रहते हैं।
इंडोनेशिया के मुस्लिम संगठन किसी भी तरह के ब्यूटी पेजेंट्स के खिलाफ हैं।
हालांकि कई साल से इन्हें बंद करने की मांग को दरकिनार किया जा रहा है। (प्रतीकात्मक)
फिजिकल एग्जामिनेशन तो बहाना था
इंडोनेशियाई मीडिया के मुताबिक मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने वाली
6 लड़कियों का आरोप है कि ऑर्गनाइजर्स ने फिजिकल एग्जामिनेशन को बहाना बनाया।
उनसे कहा गया कि टॉपलेस होकर ब्यूटी चेक करवाना होगा।
इसके लिए उन्हें एक अलग कमरे में ले जाया गया। यहां 20 लोग मौजूद थे। इनमें से ज्यादातर पुरुष थे। पांच लड़कियों को एक ही बार में टॉपलेस होने को कहा गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इन पांचों लड़कियों को टॉपलेस होना पड़ा और ऑर्गनाइजर्स ने बाद में इनके फोटोग्राफ भी लिए।
उस कमरे में मौजूद एक महिला ने इसकी पुष्टि भी की है। अब यह फोटोग्राफ कुछ मीडिया हाउस के हाथ लग चुके हैं और इन्हें फेस ब्लर करने के बाद जारी भी किया गया है।
ऑर्गनाइजर्स ने चुप्पी साधी
न्यूज एजेंसी ‘रॉयटर्स’ ने मंगलवार को यह मामला सामने आने के बाद इस इवेंट के ऑर्गनाइजर्स का जवाब जानना चाहा।
हालांकि उनकी तरफ से किसी सवाल का जवाब नहीं दिया गया।
इस इवेंट को इंडोनेशियाई कंपनी पीटी केपेला कर्या ने ऑर्गनाइज किया था।
इसके फाउंडर का नाम पॉपी केपेला है। पॉपी तो चुप रहे ही, उनकी कंपनी के स्पोक्सपर्सन ने भी चुप्पी साध ली।
दूसरी तरफ, मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन ने भी इस बारे में फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।
हालांकि एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ऑर्गनाइजेशन इस मामले की जांच कर रहा है।
तस्वीर इंडोनेशिया के लोकल मीडिया ने जारी की है। इसमें एक विक्टिम (ब्लर फेस) अपने वकील और फैमिली के साथ पुलिस स्टेशन पहुंची। उसने घटना की शिकायत दर्ज कराई।
ब्यूटी कॉन्टेस्ट का विरोध करते रहे हैं मुस्लिम संगठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए जकार्ता पुलिस इसकी तेजी से जांच कर रही है।
उसके प्रवक्ता ट्रुनोयदो बिष्णु अंदिको ने कहा- यह बात सही है
कि इस इवेंट में शिरकत करने वाली लड़कियों ने लिखित शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है।
इंडोनेशिया दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला मुल्क है।
यहां के कई धार्मिक संगठन ब्यूटी कॉन्टेस्ट्स का विरोध करते रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल मुल्क के सेलिब्रिटी मीडिया टायकून और ट्रांसजेंडर राइट्स एडवोकेट जेकपोंग ने मिस यूनिवर्स इंडोनेशिया कॉन्टेस्ट कराया था।
इस पर करीब 20 लाख डॉलर खर्च हुए थे।
इस साल इस इवेंट को लोकल कंपनी पीटी केपेला कर्या ने ऑर्गनाइज किया था। इसके फाउंडर का नाम पॉपी केपेला है।
अल सल्वाडोर में होगा मिस यूनिवर्स
जिस इवेंट को लेकर इंडोनेशिया और अब धीरे-धीरे दुनिया में बवाल मच रहा है,
वो पहले ही काफी विवादों में रहा है। यही वजह है कि इंडोनेशिया का एक बड़ा वर्ग इस तरह के ब्यूटी पेजेंट्स के खिलाफ आवाज उठाता है।
इस बार जिस कॉन्टेस्ट को लेकर विवाद हुआ है, उसे मुथिया रेचमन ने जीता है।
रेचमन अब मिस यूनिवर्स 2023 में इंडोनेशिया को रिप्रेजेंट करेंगी। मिस यूनिवर्स 2023 इवेंट अल सल्वाडोर में साल के आखिर में होगा।
इस इवेंट से अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनी भी जुड़ी रही है।
1996 से 2002 तक यह इवेंट ट्रंप की कंपनी ने ही कराया था। पहली बार मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट 1952 में ऑर्गनाइज किया गया था।