AI-एआई आने के बाद अमूमन लोग इसकी मदद ले रहे हैं। कोई सलाह ले रहा है तो कोई नए-नए प्रयोग करके खोजबीन कर रहा है।
AI-एआई चैटबोट्स के साथ कभी शेयर न करें ये 5 बातें, नहीं तो मुश्किल में पड़ सकते हैं
एआई आने के बाद अमूमन लोग इसकी मदद ले रहे हैं। कोई सलाह ले रहा है तो कोई नए-नए प्रयोग करके खोजबीन कर रहा है। लेकिन इस तरह से ऑनलाइन अपनी निजी जानकारी साझा करना आपको मुश्किल में डाल सकता है।
दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई का तेज़ी से विस्तार हो रहा है। एआई चैटबोट के आने के बाद लोग न सिर्फ़ कई तरह की भाषाओं को समझकर बातचीत को आसान बना रहे हैं, बल्कि आधिकारिक कामों को भी कम समय में पूरा कर पा रहे हैं। आसान शब्दों में कहें तो एआई तकनीक लोगों की ज़िंदगी को पहले से आसान बनाने का काम कर रही है। लेकिन, कुछ लोग इसका इस्तेमाल निजी कामों या सवालों का जवाब ढूंढने के लिए भी कर रहे हैं। इसलिए यहां साइबर अटैक के शिकार होने का जोखिम भी है।
कैनेडियन सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी के अनुसार, ‘एआई का इस्तेमाल फिशिंग ईमेल और ग़लत जानकारी को फैलाने में किया जा रहा है।’ ऐसे में एआई से कोई भी सवाल पूछने के साथ सुरक्षा का ध्यान रखना भी ज़रूरी है।
एआई से इन्हें साझा न करें...
काम को सरल बनाने के लिए
कुछ लोग चैटबोट का इस्तेमाल मीटिंग का सारांश बनाने या प्रेज़ेंटेशन बनाने और दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने के लिए कर रहे हैं। इससे दफ़्तर से जुड़ी कई गोपनीय जानकारी अनजाने में ऑनलाइन साझा कर देते हैं। यही वजह है कि कई बड़ी कंपनियों ने चैटबोट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। अगर आप एआई का इस्तेमाल करते हैं तो दफ़्तर के काम या पेशे से संबंधित काम को आसान बनाने के लिए इसका इस्तेमाल न करें।
पासवर्ड और पिन शेयर करना
किसी भी तरह की ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचने के लिए अपने मेल, सोशल मीडिया हैंडल्स, इंटरनेट बैंकिंग पिन कोड, मोबाइल पिन जैसी संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखना बहुत ज़रूरी है। विशेषकर चैटबोट जैसे प्लेटफॉर्म पर इस तरह की जानकारी साझा करने से बचें। इसका ग़लत इस्तेमाल हो सकता है।
तस्वीरों और वीडियो में प्रयोग
एआई से हम जैसी चाहे वैसी तस्वीर बना सकते हैं और तस्वीर को वीडियो में बदल सकते हैं। इसके लिए कई वेबसाइट्स मौजूद हैं जिनमें अपनी तस्वीर अपलोड करके इसमें बदलाव कर सकते हैं या वीडियो में इफैक्ट्स जोड़ सकते हैं। लेकिन इस तरह से निजी तस्वीरें, वीडियो साझा करना सुरक्षित नहीं है। इनकी मदद से आपका चेहरा, तस्वीर या वीडियो ग़ैरक़ानूनी रूप से इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
निजी और संवेदनशील जानकारी
कुछ लोग एआई से अपनी मनोवैज्ञानिक स्थितियां और वो क्या सोच रहे हैं, ये सब साझा करते हैं। आपके मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित वो जो भी सलाह देगा, ज़रूरी नहीं है कि वह सही हो। दूसरी ज़रूरी बात, आप अपनी निजी सोच और मानसिक स्थिति की जानकारी ऑनलाइन लीक कर रहे हैं। हैकर इसका इस्तेमाल आपकी जासूसी करने और डाटा बेचने में कर सकता है। इसलिए अपनी सेहत के संबंध में सवाल या सलाह लेने से बचें।
वित्त से जुड़ी जानकारियां
उपभोक्ता वित्तीय संरक्षण ब्यूरो द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई चैटबोट पर वित्त से जुड़ी जानकारी को साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। एआई चैटबोट की मदद से कंपनियां यूज़र्स का डाटा सुरक्षित होने की बात तो कहती हैं, लेकिन साइबर अपराधियों की नज़र से इसे बचा पाना मुश्किल काम है। चैटबोट पर होने वाली बातचीत और अन्य जानकारियों तक कोई भी तीसरा शख़्स आसानी से पहुंच सकता है और इसे पढ़ सकता है। इसलिए एआई से वित्त से जुड़ी सलाह लेने के बजाय अनुभवी से वित्तीय सलाह लें।