क्या किसान आंदोलन के कारण क्या पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम?
HARYANATV24: किसानों के दिल्ली कूच के चलते प्रदेश की सीमाएं बंद हैं। इसका सीधा असर आम आदमी के जनजीवन पर पड़ा है। हिसार से पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ सीधे तौर पर कट गए हैं। लोग अपने कार्यालय में जाने के अलावा इन राज्यों की तरफ जाने वाले सभी कार्यक्रम रद कर रहे हैं। हालात यह हैं कि जन जीवन के साथ-साथ व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ है।
जिले में पेट्रोल पंप पर करीब 25 प्रतिशत तक तेल की बिक्री घटी है। पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश जाने वाले करीब 3000 हजार ट्रक खड़े हो गए हैं। गुजरात, महाराष्ट्र से आने वाले ट्रकों को हिसार में रोका गया है। हालांकि सब्जी मंडी, थोक व्यापार पर ज्यादा असर नहीं है।
दिल्ली से जरूरी सामान की गाड़ियां हिसार पहुंच रही हैं। वहीं मय्यड़, हिसार-फतेहाबाद सीमा पर नेशनल हाइवे-9 को वन-वे कर गाड़ियों को निकाला जा रहा है। पुलिस की तरफ से इस रोड पर दिल्ली की तरफ जाने वाले पंजाब या बाहर नंबर की गाड़ियों को विशेष रूप से जांचा जा रहा है।
जिले से देश भर में करीब 10 हजार ट्रक सामान लेकर जाते हैं। इनमें पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश की तरफ तीन हजार ट्रक नहीं जा पा रहे। जिससे व्यापारियों का माल भी हिसार में अटका है। साथ ही गुजरात, महाराष्ट्र की तरफ से पंजाब आने के लिए बुधवार को गाड़ियां पहुंचीं लेकिन उनको सातरोड के पास बने ट्रक यूनियन के मैदान में खड़ा करना पड़ा।
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रधान कुलवंत सिंह ने बताया कि उनके व्यापारियों के माल भेजने के लिए फोन आ रहे हैं। मगर रास्ते बंद होने से गाड़ियां नहीं भेज रहे। हिसार से पाइप के अलावा रुई की गांठें, खल बिनौला, तेल आदि सामान पंजाब जाता है।
जिले से दूसरे राज्यों में जाने के लिए लोगों के कार्यक्रम स्थगित हो गए हैं। उसका असर पेट्रोल पंपों की सेल पर भी आया है। जिले में 235 पेट्रोप पंप हैं। इन पर करीब 20 हजार लीटर से ज्यादा डीजल व पेट्रोल की हर रोज बिक्री होती है, मगर किसानों के दिल्ली कूच से बंद हुई सीमाओं के चलते तेल की बिक्री कम हो गई है।