CM मनोहर से मिले गोपाल कांडा, हरियाणा की राजनीति में एक्टिव हुए, मंत्रीपद की चर्चा, सुसाइड केस से बरी हो चुके
11 साल से राजनीतिक किनारे पर चल रहे गोपाल कांडा को जीवनदान मिल गया
कांडा की सीएम से मुलाकात के बाद उनके राजनीति में खुलकर मैदान में आने के संकेत मिल गए हैं
एयरहोस्टेस गीतिका सुसाइड केस से बरी होने के बाद पहली बार सिरसा के विधायक गोपाल कांडा हरियाणा के CM मनोहर लाल से मिले। यह मुलाकात दिल्ली में हुई। कांडा गुरुवार को ही CM से मिलने के लिए गुरुग्राम से दिल्ली गए थे। जिसके बाद शुक्रवार सुबह मुलाकात हुई। कांडा की सीएम से मुलाकात के बाद उनके राजनीति में खुलकर मैदान में आने के संकेत मिल गए हैं। सुसाइड केस की वजह से वह बाढ़ के दौरान भी सिरसा में नजर नहीं आए थे। हालांकि इस मुलाकात के बाद उनके मंत्री पद को लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चा छिड़ने लगी है।
वहीं इस मुलाकात के बाद गोपाल कांडा ने कहा-''CM से सिरसा में बाढ़ समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। जिसमें सिरसा के विकास पर भी मंथन किया। CM ने उनकी बातों पर सकारात्मक रुख दिखाया। CM ने उन्हें सिरसा में रोड, नहरें और बरसाती पानी की निकासी के लिए स्टॉर्म वाटर प्रोजेक्ट के लिए बजट का भरोसा दिया। ''
11 साल पुराने मामले में बरी हुए कांडा
गीतिका सुसाइड केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने 25 जुलाई को सिरसा हलोपा विधायक गोपाल कांडा पर आरोप साबित न होने पर बरी किया है। इस केस में 32 पुलिसकर्मी, 5 जज, 65 गवाह थे। गवाह होने के बाद अभियोजन पक्ष ये साबित नहीं कर सकता कि गोपाल कांडा और अरुणा चड्ढा ने उसे प्रताड़ित किया था। गीतिका कांडा की एयरलाइंस में एयर होस्टेस थी और कांडा उसके प्रति आकर्षित था। कांडा के खिलाफ 5 अगस्त 2012 को मामला दर्ज हुआ था।
गोपाल कांडा के बरी होने के अहम पॉइंट्स क्या थे?
1. गीतिका के सुसाइड से पहले उसकी मां अनुराधा ने रात 2.15 बजे से 2.30 बजे तक 6 बार कॉल की लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। ऐसा तब हुआ, जबकि गीतिका और उसकी मां अगल-बगल वाले कमरे में ही सो रही थी।
2. कांडा पर रेप के भी आरोप लगे थे लेकिन पुलिस की चार्जशीट में इससे जुड़े कोई तथ्य नहीं थे। कांडा हाईकोर्ट पहुंचे और ये आरोप हटा लिए गए।
3. पुलिस ने गीतिका के दुबई की कंपनी छोड़ने और उसे दी गई MBA फीस लौटाने के लिए कहने को कांडा पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आधार बनाया। हालांकि कोर्ट ने कहा कि ये सब आरोप हैं, सबूत नहीं।
4. कांडा के खिलाफ गीतिका की मां के बयान पर केस दर्ज हुआ लेकिन बाद में उन्होंने सुसाइड कर लिया। ऐसे में उनके बयान अमान्य हो गए।
5. गीतिका ने सुसाइड नोट में कांडा और उनकी मैनेजर अरूणा चड्ढा का जिक्र जरूर किया था लेकिन उनका जुर्म नहीं बताया।
6. गीतिका ने सुसाइड से पहले 6 कॉल की थी। इनमें से 3 की पुलिस ने जांच नहीं की। कोर्ट ने कहा कि हो सकता है कि उसे किसी और ने खुदकुशी के लिए उकसाया हो।
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कोर्ट के इस फैसले से 11 साल से राजनीतिक किनारे पर चल रहे गोपाल कांडा को जीवनदान मिल गया है। असल में गीतिका सुसाइड केस उनके सियासी रास्ते की सबसे बड़ी मुश्किल थी। इससे न केवल पहले उनकी मंत्री की कुर्सी गई बल्कि दूसरी बार मंत्री बनने की मंशा भी पूरी न हो सकी
गीतिका सुसाइड केस में बरी होने वाले हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा करोड़पति हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में दाखिल एफिडेविट के मुताबिक कांडा के पास करीब 70 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है। सिरसा में करीब ढाई एकड़ में उन्होंने अपना महल बनवा रखा है जिसके अंदर हेलीकॉप्टर उतरने तक की सुविधा उपलब्ध है
बहुचर्चित गीतिका सुसाइड केस से बरी हुए सिरसा के MLA गोपाल कांडा अब खुलकर हरियाणा की सियासी पिच पर खेलेंगे। सबसे बड़ा सियासी असर सिरसा जिले में पड़ेगा जहां से गोपाल कांडा अपनी पार्टी हलोपा के सिटिंग MLA हैं। कांडा की हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर से अच्छी ट्यूनिंग मानी जाती है। ऐसे में चौटाला परिवार का किला ध्वस्त करने के लिए BJP के लिए कांडा तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं
एयर होस्टेस गीतिका सुसाइड केस में गोपाल कांडा बरी
हरियाणा के बहुचर्चित एयर होस्टेस गीतिका सुसाइड केस में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने मंगलवार को विधायक गोपाल कांडा को बरी कर दिया। कांडा इस केस के मुख्य आरोपी थे। कांडा हरियाणा के गृह राज्य मंत्री रह चुके हैं