Lok Sabha Election: ‘कुरुक्षेत्र’ के रण में इस बार नवीन जिंदल मैदान में, भाजपा ने हर बार उतारा नया योद्धा
HARYANATV24: कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत का एक दशक पूरा हो गया है। इन 10 सालों में भाजपा ने अपनी मजबूत जमीन तैयार कर ली। अब स्थिति यह है कि दूसरी पार्टियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
सबसे विशेष पहलू यह रहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के रणक्षेत्र ‘कुरुक्षेत्र’ में हर बार नए योद्धा को उतारा है। वर्ष 2014 में राजकुमार सैनी पहली बार यहां लोकसभा पहुंचे थे। बागी होने के बाद पार्टी ने 2019 में प्रदेश सरकार के तत्कालीन श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री नायब सिंह को मैदान में उतारा और विजयी रहे।
नवीन जिंदल को बनाया प्रत्याशी
यहां से भेजे गए पैनल में अकेले मौजूदा सांसद नायब सैनी का नाम था, लेकिन नायब सिंह मुख्यमंत्री बन गए और पार्टी को फिर से चेहरा बदलना पड़ गया। इस बार कुरुक्षेत्र से ही दो बार सांसद रह चुके नवीन जिंदल को प्रत्याशी बनाया है।
लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं के लिए वह नया चेहरा नहीं है, लेकिन भाजपा की राजनीति में नए हैं। नवीन हालांकि हरियाणा विकास पार्टी से गठबंधन का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने पिता स्व.ओमप्रकाश जिंदल और खुद का 30 साल पुराना रिश्ता बता रहे हैं।
भाजपा का वोट प्रतिशत भी बढ़कर करीब डेढ़ गुना हो गया है। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में राजकुमार सैनी को चार लाख 18 हजार 112 वोट मिले थे, जो कुल पोल हुए मतदान का 36.81 प्रतिशत था। दूसरे स्थान पर रहे इनेलो के बलबीर सैनी को 25.39 प्रतिशत वोट तो तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के नवीन जिंदल को 25.33 वोट मिले थे।
इस चुनाव में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत का नुकसान कांग्रेस को हुआ था, जो -20.04 फीसद रहा। वर्ष 2019 में नायब सैनी को छह लाख 86 हजार 588 वोट हासिल हुए थे, कुल पोल वोटिंग का 55.98 प्रतिशत था। कांग्रेस की पकड़ वाली सीट पर इस वर्ष भाजपा ने उससे दोगुना प्रतिशत से भी ज्यादा वोट हासिल किए थे।