Punjab: ओपन डिबेट 'मैं पंजाब बोलदा हां' आज,, सरकार तैयार बस विपक्ष का है इंतजार
HARYANATV24: ‘मैं पंजाब बोलदा...’ का सियासी रण तैयार हो गया है। पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के डॉ. मनमोहन सिंह ऑडिटोरियम में एक नवंबर को पंजाब दिवस के मौके पर पंजाब के मुद्दों पर बहस होगी। इसके लिए सत्ता पक्ष यानी सरकार पूरी तरह से तैयार है, जबकि विपक्षी नेताओं ने कमर तो कसी है, लेकिन उनकी पूर्ण भागीदारी पर अभी तक कोई स्पष्टता नहीं आई है। इन सबके बीच प्रशासन की ओर से इस डिबेट को कामयाब बनाने के लिए सुरक्षा से लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
SYL समेत 19 मुद्दों पर होगी चर्चा
'मैं पंजाब बोलदा हां' ओपन डिबेट में आज हंगामे होने के आसार नजर आ रहे हैं क्योंकि इस डिबेट में SYL, पंजाब की अर्थव्यवस्था, नशा तस्करी समेत 19 विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बहस होगी।
पीएयू बना पुलिस छावनी, चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी
जिला प्रशासन ने जहां आयोजन की तमाम तैयारियां पूर्ण कर ली हैं, वहीं सुरक्षा के लिहाज से आयोजन स्थल को सुरक्षाकर्मियों ने अपने कब्जे में ले लिया है। ऑडिटोरियम के आसपास बैरिकेट्स लगाने के अलावा कई स्थानों को तारों से बंद कर दिया गया है, ताकि कोई भी शख्स इस घेरे को न तोड़ सके।
डीजीपी अर्पित शुक्ला, स्पेशल डीजीपी एसके राय, लुधियाना के पुलिस कमिश्नर (इन चार्ज) गुरप्रीत सिंह भुल्लर, तीन आईजी रेंज, आठ एसएसपी, इंटेलिजेंस और सुरक्षा कमांडोज आयोजन स्थल पर तैनात हैं।
ओपन डिबेट में पंजाब के ये नेता होंगे शामिल
उल्लेखनीय है कि बहस में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान, भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल और कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के शामिल होने की संभावना है। मंगलवार सुबह से ही पुलिस अफसर पीएयू में लगातार सुरक्षा समीक्षा करते रहे।
कड़ी सुरक्षा के बीच होगी ओपन डिबेट
दोपहर बाद डीजीपी अर्पित शुक्ला ने शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा का अंतिम जायजा लिया।
लुधियाना के पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू के छुट्टी में होने के कारण उनकी ओर से कमान लुधियाना रोपड़ रेंज के आईजी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने लुधियाना कमिश्नरेट की कमान संभाल ली। दोपहर के समय वह आयोजन स्थल पर पहुंचे और सुरक्षा का जायजा लिया।
ऑडिटोरियम की कुर्सियों की जांच की गई
सुरक्षा का आलम यह रहा कि ऑडिटोरियम की कुल 840 कुर्सियों की अकेले-अकेले जांच की गई। लुधियाना की डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक सुबह से ही आयोजन स्थल पर जमी रही और आयोजन को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश देती रहीं।
जितने पुलिसकर्मी पीएयू में तैनात हैं, उससे ज्यादा सिविल लाइंस स्थित पुलिस लाइन में जमा हैं। इनकी ड्यूटी शाम के बाद आयोजन स्थल पर लगा दी गई
‘मैं पंजाब बोलदा...’ ओपन डिबेट पर क्या बोले भगवंत मान?
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट कहा है कि वह सिर्फ पंजाब के पानी या एसवाईएल मुद्दे पर नहीं, बल्कि पंजाब के सभी मुद्दों पर बहस करना चाहता हूं। आ जाए बात करें, लेकिन नहीं आएंगे, क्योंकि चोर के दिल में काला होता है। बहाने लगा रहे हैं। न आए, लेकिन मैं तो जाऊंगा।
पंजाब को कब किसने लूटा, उस पर भी बहस होगी। सुखबीर बादल जी को भी समय चाहिए, क्योंकि उनके पिताजी ने गुड़गांव वाले होटल के लिए जगह ली थी। ओबराय होटल के लिए भी उन्हें थोड़ा मैटर एकत्रित करना होगा। चांदी की कसी कौन लेकर गया था इंदिरा गांधी के पास। पक्का चिट्ठा है, कच्चा क्यों?
ओपन डिबेट पर क्या बोले सुनील जाखड़
पंजाब के मुद्दों पर बहस के लिए तैयार कार्यक्रम पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि भगवान कृष्ण ने सार्वजनिक क्षेत्र में अर्जुन के साथ कर्तव्य और धर्म के विचारों पर बहस की। सिख गुरुओं ने 'गोष्ठी' की महान परंपरा स्थापित की। अमर्त्य सेन के तर्कशील भारतीय ग्लैडीएटर शैली में बहस नहीं करते।
सार्वजनिक बहस कोई खूनी खेल नहीं है मुख्यमंत्री जी। सार्वजनिक बहस के विचार को सस्ता मत बनाइए, क्योंकि आपकी पुलिस ने लुधियाना को एक किले में बदल दिया है। 'वीवीआईपी' कार्यक्रम की तैयारी नहीं की गई, बल्कि आम आदमी को पीएयू तक पहुंचने से रोकने के लिए तैयारियां हैं।’