इन दिनों बारिश के कारण बढ़ रहा आई फ्लू, पहचानें आई फ्लू के क्या हैं लक्षण, एक्सपर्ट से जानें बचाव के तरीके
आई फ्लू क्या है, ये कैसे होता है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए
आंखों के सफेद हिस्से में इन्फेक्शन फैल जाता है
ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है
बारिश और उमस के बीच इन दिनों आई फ्लू का रिस्क तेजी से बढ़ रहा है। देश के लगभग सभी राज्यों से आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। एकदम से आई फ्लू के बढ़ते केसेस से लोगों में डर बना हुआ है। ऐसे में आज जरूरत की खबर में जानेंगे कि आई फ्लू क्या है, ये कैसी होता है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
एक्सपर्ट: डॉ. सिद्धार्थ मलैया, आई स्पेशलिस्ट, कंसल्टेंट, कॉर्निया सुपरस्पेशलिस्ट, अपोलो सेज हॉस्पिटल
सवाल: आई फ्लू के बहुत केसेस आ रहे हैं ये क्या होता है?
जवाब: आई फ्लू आंखों का इन्फेक्शन है। इसे कंजंक्टिवाइटिस, पिंक आई, रेड आई भी कहते हैं। वैसे आमतौर की भाषा में इसे आंखों का आना बोलते हैं। आंखों में यह इन्फेक्शन, कंजंक्टिवा की सूजन का कारण बनता है। कंजंक्टिवा क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। इसमें आंखों के सफेद हिस्से में इन्फेक्शन फैल जाता है। जिससे पेशेंट को देखने में काफी परेशानी होती है। यह इन्फेक्शन पैदा करने वाले वायरस की वजह से किसी को भी हो सकता है।
सवाल: आई फ्लू क्या छूने से फैलती है?
जवाब: हां, ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। मान लीजिए, एक आंख में कंजंक्टिवाइटिस है। उसे हाथ से छूने के बाद उसी हाथ से दूसरी आंख छू ली, तो ये उसमें भी हो जाएगा। अगर उसी हाथ से आपने दूसरे व्यक्ति को छू लिया, तो उसमें भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। यही वजह है जो आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
सवाल: आई फ्लू क्यों होता है?
जवाब: मानसून में कम टेम्प्रेचर और हाई ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के कॉन्टेक्ट में आते हैं। यही एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इन्फेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं।
सवाल: क्या आई फ्लू का इन्फेक्शन सिर्फ बैक्टीरिया और वायरस से ही होता है?
जवाब: नहीं। आई फ्लू कई तरह का है। जो कई अलग-अलग कारणों से आंखों को नुकसान पहुंचाता है
सवाल: इस बीमारी के क्या लक्षण हैं?
जवाब: इसके होने पर आंखों में कई तरह की परेशानी होने लगती है।
सवाल: किन लोगों में आई फ्लू होने का ज्यादा रिस्क रहता है?
जवाब: वैसे तो किसी को भी हो सकता है। लेकिन बच्चों, एलर्जिक पेशेंट, बुजुर्ग और वीक इम्यूनिटी वाले लोगों में ज्यादा रिस्क होता है। सवाल: बहुत लोग बोलते हैं कि आंखों में खुजली होने पर या सूजन होने पर हाथ नहीं लगाना चाहिए और न ही रगड़ना चाहिए। क्या ये बात सही है?
जवाब: आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजंक्टिवाइटिस है। इस कंडीशन में बार-बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। दूसरे लोगों को भी इसके होने का रिस्क रहता है। इसलिए हाथों से रगड़ना या छूना नहीं चाहिए।
सवाल: क्या ये आंखों में आंखें मिलकर देखने से भी फैलती है?
जवाब: जब किसी व्यक्ति को कंजंक्टिवाइटिस होता है तो कुछ लोग कहते हैं कि जिस व्यक्ति को होता है उसकी आंखों में देखने वाले को भी हो जाता है। जबकि ऐसा बिल्कुल नहीं है। यह इन्फेक्शन किसी की भी आंख में देखने से नहीं होता है। बल्कि यह फ्लू डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने के बाद ही फैलता है।
जैसे- अगर आप किसी कंजंक्टिवाइटिस पेशेंट के मेकअप कॉजल, आई लाइनर, टॉवल यूज करते हैं तो इस इन्फेक्शन के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
सवाल: इससे आंखों का बचाव कैसे करें?
जवाब: इस मौसम में आई फ्लू से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। पॉइंट्स से समझते हैं-
सवाल: जिनको आई फ्लू के लक्षण, उन्हें क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
जवाब: पॉइंट्स से समझते हैं-
- पेशेंट को आइसोलेट रखें।
- उसकी टॉवल-पिलो अलग रखें।
- उसे 3 से 5 दिन तक घर में ही रहने को कहें।
- आंखों से छूने से बचाने के लिए चश्मा लगाए रहें।
- साफ सफाई का ध्यान रखें।
सवाल: आई फ्लू कितने दिन में ठीक हो जाता है?
जवाब: वैसे तो आई फ्लू कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन सीरियस कंडीशन होने पर यह 10 से 14 दिनों या फिर एक महीने तक रह सकता है।