Chanakya Niti: ऐसी जगहों पर घर बसाने को लेकर जानें क्या कहती है चाणक्य नीति
HARYANATV24: हर व्यक्ति अपने परिवार से सबसे ज्यादा प्रेम करता है। हर कोई चाहता है कि, उसके परिवार में खुशी बनी रहें। इसके लिए आपका घर सही जगह पर होना बेहद जरूरी है। लेकिन हम इस बात से अपरिचित होते हैं कि, हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसी कड़ी में आइए जानते हैं इस विषय पर चाणक्य नीति क्या कहती हैं।
ऐसी जगह नहीं रुकना चाहिए
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जिस देश में व्यक्ति का आदर-सम्मान न हो उस देश को उसे छोड़ देना चाहिए। साथ ही जिस जगह पर किसी भी प्रकार की विद्या और गुणों की प्राप्ति की संभावना न हो, वहां पर रहना व्यर्थ है।
दरअसल, कोई भी व्यक्ति एक जगह से दूसरी जगह इसलिए जाता है ताकि वह किसी नए रोजगार की प्राप्ति कर सके। यही नहीं कई बार नई चीजों को सीखने के मकसद से भी व्यक्ति दूसरे देश जाता है। लेकिन जब इनमें से किसी भी बात की संभावना न हो, ऐसे देश या स्थान पर जाने का कोई औचित्य नहीं।
चाणक्य नीति के मुताबिक, यदि आपके आस-पास वेद को जानने वाला ब्राह्मण न हो, तो उस स्थान पर नहीं रहना चाहिए। इसके अलावा नदी और वैद्य के न होने पर भी उस स्थान पर मनुष्य का रहना व्यर्थ है।
चाणक्य नीति के अनुसार, जहां किसी भी प्रकार के दंड के मिलने का भय न हो वहां व्यक्ति को नहीं रहना चाहिए। जीवन जीने के लिए व्यक्तियों में शिष्टता और व्यापार विकसित करने के साधन महत्वपूर्ण है। अगर किसी स्थान पर ये नहीं हैं, तो वहां व्यक्ति को नहीं रहना चाहिए।
कहां रहना चाहिए
हमें कहां रहना चाहिए इस विषय पर चाणक्य नीति कहती है कि, व्यक्ति को उस जगह पर रहना चाहिए जहां दूसरों के हित के लिए कार्य किए जाते हैं। जिस जगह पर लोग मिलजुल कर रहते हैं, इंसान को हमेशा ऐसी जगहों पर ही रहना चाहिए। इससे परिवार में भी सकारात्मक वातावरण बना रहता है।