सरसों का तेल असली है या नकली, इन आसान तरीकों से लगाएं पता

HARYANATV24: सरसों के तेल में इन दिनों आर्गेमोन तेल और अन्य निचली गुणवत्ता के तेलों की मिलावट होती है। जिससे इसकी पौष्टिकता, शुद्धता और गुणवत्ता खराब हो रही है। सरसों के तेल में हो रही इस मिलावट से परेशान हैं तो आपको तेल इस्तेमाल करने से पहले जान लेना चाहिए कि वह शुद्ध है या मिलावटी। कुछ आसान तरीकों को अपनाकर आप घर पर ही सरसों के तेल की गुणवत्ता को पहचान सकते हैं। चलिए जानते हैं नकली और असली सरसों के तेल की पहचान करने के उपाय।
सरसों के तेल में मिलावट की पहचान के लिए आप उसका फ्रीजिंग टेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए एक कटोरे में थोड़ा सा सरसों का तेल निकाल लें। उसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रख दें। फिर बाहर निकाल कर देखें, अगर तेल जमा हुआ नजर आए, या अगर सरसों के तेल में सफेद धब्बे आने लगें तो समझ लीजिए कि तेल में मिलावट है।
सरसों का तेल असली है या नकली, इसकी जांच करने के लिए अपने हाथों में थोड़ा तेल लेकर अच्छे से रगड़ लें। अगर तेल से कोई रंग निकले या केमिकल की बदबू आए तो तेल नकली है।
असली सरसों के तेल की शुद्धता बैरोमीटर के मुताबिक होती है। तेल की बैरोमीटर रीडिंग 58 से 60.5 है। लेकिन सरसों के तेल की रीडिंग अगर तय मानक से ज्यादा हो तो तेल नकली होता है। इसलिए जब भी तेल खरीदकर लाएं, उसकी बैरोमीटर रीडिंग से पहचान कर लें कि तेल असली है या नकली।
तेल का रंग बदलने का मतलब होता है कि उसमें मिलावट की गई है। आजकल सरसों के तेल में आर्गेमोन तेल मिलाया जाता है। इस तरह के तेल में जहरीला पॉलीसाइक्लिक नमक पाया जाता है, जिसे सेंगुइनारिन कहते हैं।