सेहत की कई समस्याओं से रहना हैं दूर तो नियमित करें तेल मालिश, स्किन और बालों के लिए भी अच्छा

नियमित रूप से मालिश सेहत के साथ-साथ आपकी स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद है। ये भी जान लें कि महीने दो महीने या 4-5 महीने में तेल मालिश कराने से और हफ्ते में 1-2 बार मालिश कराने में काफी फर्क होता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जिस तरह से टाइम पर खाना, सोना, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है उतना ही जरूरी मसाज भी है। इससे आप लंबे समय तक निरोग बने रह सकते हैं।
मालिश के फायदे
रिलैक्स होती है मसल्स
नियमित रूप से मालिश करवाते रहने से कार्टिसोल के लेवल में कमी आती है, जिससे मूड अच्छा रहता है। बॉडी के साथ माइंड रिलैक्स होता है। मालिश एक तरह से थेरेपी का काम करती है, जो न सिर्फ मानसिक तनाव दूर करती है, बल्कि जोड़ों के दर्द को भी कम करती है। मालिश से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन सही तरह से हो पाता है। यह फ्लेक्सिबिलिटी को बेहतर बनाती है। मालिश से खराब पोस्चर भी धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल
अगर हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी है, तो नियमित रूप से मालिश करवाते रहने से यह परेशानी भी कंट्रोल हो सकती है। इतना ही नहीं, यह कार्डिएक हेल्थ में सुधार लाने में भी मदद करती है।
पाचन रहता है सही
बॉडी मसाज में पेट की मालिश भी शामिल होती है, तो पेट की मालिश होने से नाभि की एक्टिविटी बढ़ती है। पेट के निचले भाग की मालिश से पीरियड पेन में राहत मिलती है। मालिश से बड़ी आंत, लिवर, पैंक्रियाज सभी बॉडी पार्ट्स अपना काम सही तरीके से कर पाते हैं, जिससे आंतों में गैस्ट्रिक जूस पर्याप्त मात्रा में निकलता है और लिवर का फंक्शन दुरुस्त रहता है।
बढ़ाती है इम्युनिटी
रिसर्च के मुताबिक, रेगुलर मसाज से बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे शरीर कई सारी बीमारियों का सामना बिना दवाइयों के ही कर पाता है।
दूर होता है तनाव
शरीर में तकरीबन 30 प्रेशर प्वॉइंट्स होते हैं, जो पैरों और हाथों से पूरे शरीर के साथ जुड़े होते हैं। इसके अलावा 7 रिफ्लेक्स सेंटर होते हैं, जो गर्दन, सिर, पैंक्रियाज, किडनी, लिवर और रिप्रोडक्टिव ऑर्गन से ताल्लुक रखते हैं। मालिश के बाद बॉडी में अच्छे हॉर्मोन्स रिलीज होते हैं, जो दिमाग को शांत और डिप्रेशन से दूर करने में मदद करते हैं।
डेड स्किन और गंदगी का सफाया
शरीर की जब तेल से मालिश होती है, जो इससे डेड स्किन आसानी से निकल जाती है। नियमित रूप से मालिश करवाते रहने से कोहनी, घुटने, पीठ इन जगहों का कालापन दूर होता है। त्वचा की रंगत निखरती है।
नसें रहती हैं हेल्दी
हल्के प्रेशर के साथ की जाने वाली मालिश से मसल्स पर दबाव पड़ता है, जिससे नसें रिलैक्स होती हैं जिससे यह अपना काम सही तरीके से कर पाती हैं। माइंड भी रिलैक्स हो जाता है जिससे काम पर ज्यादा फोकस कर पाता है।
साइनस और जुकाम से राहत
फेस मसाज में माथा, आंखों के आसपास मालिश करने पर सिर दर्द की समस्या में राहत मिलती है। मालिश करने के बाद स्टीम जरूर लें। इससे जुकाम में आराम मिलता है। सिर की नियमित तेल मालिश से बालों की जड़ों को पोषण मिलता है, जिससे वो मजबूत, चमकदार और घने नजर आते हैं।