लंबे कार लोन से गाड़ी बन जाती है महंगी, यहां समझें इसका पूरा गणित, गाड़ी बेचने में भी हो सकती है परेशानी
HARYANATV: अगर आप इन दिनों कार लेने का प्लान बना रहे हैं और इसके लिए लोन लेना चाहते हैं तो ये लोन की अवधि चुनने से पहले आपको इस पर अच्छे से विचार करना चाहिए। जितना हो सके उतनी कम अवधि के लिए लोन लेना चाहिए, लोन को ज्यादा लंबा नहीं खींचना चाहिए। ज्यादा लंबी अवधि के लिए लोन लेने पर आपको ज्यादा ब्याज देना पड़ता है। हम आपको आज लंबी अवधि के लोन लेने के नुकसान बता रहे हैं।
देना होता है ज्यादा ब्याज
आमतौर पर कार लोन अधिकतम 8 साल के लिए लिया जा सकता है, लेकिन ज्यादा समय, यानी 7 से 8 साल के लिए लोन लेने पर आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन दिया जाता है। ये ब्याज दर कम समय (3 से 4 साल) वाले लोन की ब्याज दर से 0.50% तक ज्यादा हो सकती है।
गाड़ी की चुकानी पड़ती है बहुत ज्यादा कीमत
अगर आप लम्बे समय के लिए कार लोन लेते हैं तो आपको गाड़ी बहुत ज्यादा कीमत में पड़ती है। ये गाड़ी की कीमत को 25% तक बढ़ा सकता है। वहीं कम समय के लिए लोन लेने पर आपको इसकी तुलना में कम कीमत चुकानी होती है।
गाड़ी बेचने में भी हो सकती है परेशानी
अगर आप 8 साल के लिए कार लोन लेते हैं, लेकिन आप 5 साल बाद ही कार को बेचना चाहते हैं तो आपको पहले पूरा लोन चुकाना होगा या लोन दूसरे व्यक्ति के नाम ट्रांसफर कराना होगा। इसके लिए आपको बैंक के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।
यहां समझें पूरा गणित
मान लीजिए आप 8 लाख की कार लेते हैं, और इसके लिए 5 लाख का लोन लेते हैं तो आपको अलग-अलग अवधि के लिए लोन लेने पर कितना ब्याज देना होगा? इससे गाड़ी की कीमत पर क्या प्रभाव पड़ेगा? हम आपको ये बता रहे हैं।
ज्यादा समय के लोन पर ज्यादा ब्याज
ब्याज दर |
अवधि (साल) |
लोन की रकम |
EMI |
कुल रकम जो चुकाई |
कुल ब्याज |
गाड़ी की कुल कीमत |
8% |
8 |
5 लाख रु. |
7,068 रु. |
6.78 लाख रु. |
1.78 लाख रु. |
9.78 लाख रु. |
8% |
5 |
5 लाख रु. |
10,138 रु. |
6.08 लाख रु. |
1.08 लाख रु. |
9.08 लाख रु. |
8% |
3 |
5 लाख रु. |
15,668 रु. |
5.64 लाख रु. |
64 हजार रु. |
8.64 लाख रु. |